नए साल से सांसदों को कई सौगातें मिल सकती हैं. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूरी योजना को अंतिम रूप दे दिया है. सभी सांसदों के लिए एक डेडीकेटेड हेल्पलाइन शुरू करने की तैयारी है. स्पीकर बिरला ने सांसदों के लिए इन सुविधाओं को शुरू करने को हरी झंडी दे दी है.
इन सुविधाओं में चौबीसों घंटे और सातों दिन काम करने वाली इस हेल्पलाइन के माध्यम से सभी सांसदों को तमाम सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी, चाहे वे कहीं भी हों. इन सुविधाओं में आपातकालीन परिस्थितियों में तुरंत सहायता प्रदान करना शामिल है. ऐसी आपात परिस्थितियों में चिकित्सा सहायता, यातायात सुविधाएं आदि भी शामिल हैं. यही नहीं, सांसदों को तुरंत चिकित्सा सहायता देने के लिए एयर एंबुलेंस की व्यवस्था भी की जा सकती है.
डिजिटल सुविधाएं
योजनाओं में ये भी तय किया गया है सांसदों को सभी सामग्री डिजिटल रूप से उपलब्ध कराई जाए. इसके अलावा संसदीय लाइब्रेरी तक भी पहुंच डिजिटल माध्यम से उपलब्ध होगी. योजना में संसद के भीतर सभी दस्तावेज भी डिजिटल रूप से मुहैया कराए जाएंगे. सांसद किसी भी भाषा में भाषण दें, उसका साथ-साथ अनुवाद AI के माध्यम से उपलब्ध होगा. अभी यह काम अनुवादकों के माध्यम से होता है और सांसदों को पहले से नोटिस देना होता है.
मेडिकल जांच
योजना में सभी सांसदों की साल में दो बार निशुल्क मेडिकल जांच कराने का फैसला भी किया गया है. इसमें अत्याधुनिक तकनीक और लैब के माध्यम से जांच शामिल है. साथ ही, संसद परिसर में उपलब्ध मेडिकल सुविधाओं को भी नया रूप दिया जा रहा है और उन्हें आधुनिक बनाया जा रहा है. लोकसभा सचिवालय के सूत्रों के अनुसार ये सभी नई सुविधाएं एक जनवरी से देने की तैयारी है.














