बैठक पर हो रही बैठक, क्या किसी बड़े एक्शन की तैयारी, रक्षा सचिव के बाद पीएम मोदी के आवास से निकले वायुसेना अधिकारी

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने शनिवार को प्रधानमंत्री को अरब सागर के महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों की समग्र स्थिति से अवगत कराया था. भारत ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले के तार ‘सीमा पार’ से जुड़े होने का हवाला देते हुए हमले में शामिल लोगों को कड़ी सजा देने का संकल्प लिया है.

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(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की. यह बैठक वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के एक दिन बाद हुई है और माना जा रहा है कि उन्होंने सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की.

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने शनिवार को प्रधानमंत्री को अरब सागर के महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों की समग्र स्थिति से अवगत कराया था. भारत ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले के तार ‘सीमा पार' से जुड़े होने का हवाला देते हुए हमले में शामिल लोगों को कड़ी सजा देने का संकल्प लिया है. पिछले मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक में सशस्त्र बलों को पहलगाम आतंकवादी हमले का जवाब देने के तरीके, लक्ष्य और समय पर निर्णय लेने के लिए ‘‘पूरी छूट'' दी है. 

हमले के एक दिन बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक उपायों की घोषणा की, जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी भूमि सीमा क्रॉसिंग को बंद करना और राजनयिक संबंधों को कमतर करना शामिल था. जवाब में, पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया तथा किसी तीसरे देश के माध्यम से होने वाले व्यापार सहित भारत के साथ सभी प्रकार का व्यापार बंद कर दिया.

ताजा दंडात्मक उपायों के तहत भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा और लोक नीति के आधार पर तत्काल प्रभाव से पाकिस्तान से सभी वस्तुओं के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. नई दिल्ली ने पाकिस्तान से सभी डाक सेवाओं को भी निलंबित कर दिया है और भारतीय बंदरगाहों पर पाकिस्तानी झंडे वाले जहाजों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. 
 

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