दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एमसीडी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. शिक्षा मंत्री आतिशी और एमसीडी अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए केजरीवाल ने दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित स्कूलों के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में उन्हें दिल्ली सरकार के स्कूलों की तर्ज पर अपग्रेड किया जाएगा.
बैठक के दौरान केजरीवाल ने कहा कि एमसीडी के बेहतरीन स्कूल भी दिल्ली सरकार के स्कूलों के स्तर पर खरे नहीं उतरते. सरकार ने एक बयान में कहा, उन्होंने कई क्षेत्रों की पहचान की, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है, जिसमें स्वच्छता, शौचालय की सुविधा, अत्यधिक बोझ वाले शिक्षक और पर्याप्त संख्या में गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की कमी शामिल है.
बयान में कहा गया है, "मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि एमसीडी स्कूलों को दिल्ली सरकार के स्कूलों की तर्ज पर बदलने की जरूरत है. शिक्षा का केजरीवाल मॉडल, जिसने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को बदल दिया है, जल्द ही एमसीडी स्कूलों में लागू किया जाएगा."
मुख्यमंत्री ने बच्चों की प्रतिभा पर भरोसा जताते हुए कहा कि अगर एमसीडी उन्हें पर्याप्त सहयोग दे, तो वे पूरे देश को पछाड़ देंगे. अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को प्रेरित करने और उन्हें दिल्ली सरकार के शिक्षकों के समान उचित प्रशिक्षण के लिए भेजने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला.
बयान में कहा गया है, "मुख्यमंत्री ने पांच साल के भीतर सभी एमसीडी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को बदलने का लक्ष्य रखा है. सरकार एमसीडी स्कूलों में नए माध्यमिक विद्यालयों के निर्माण के लिए खाली जमीन की पहचान करने की भी योजना बना रही है."
केजरीवाल ने एमसीडी अधिकारियों को सभी स्कूलों में एस्टेट मैनेजर, आईटी सहायक और सुरक्षा गार्ड तैनात करने का निर्देश दिया. समीक्षा बैठक में शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज, एमसीडी की मेयर शैली ओबेरॉय, एमसीडी के डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल और एमसीडी नेता सदन मुकेश गोयल भी शामिल हुए.
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