कश्मीर में इस महीने के अंत में आयोजित जी20 कार्य समूह की बैठक के स्थल की सुरक्षा के लिए समुद्री और एनएसजी कमांडो तैनात किए जाएंगे. पुलिस की एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है. इसमें कहा गया है कि यहां सुरक्षा समीक्षा बैठक में, कश्मीर क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने जलाशयों के आसपास मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए समुद्री कमांडो तैनात किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया.
बताया गया है कि ड्रोन का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के दलों को सभी स्थानों पर तैनात किया जाएगा. बैठक में भाग लेने वाले अधिकारियों ने मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संभावित उपायों पर चर्चा की.
कुमार ने शिखर सम्मेलन की पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया. अधिकारियों ने शिखर सम्मेलन के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, यातायात प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण उपायों पर भी चर्चा की. कुमार ने सलाह दी कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए.
महबूबा मुफ्ती लगा रहीं ये आरोप
जम्मू कश्मीर के हालात को ग्वांतानामो बे से ‘बदतर' बताते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने हाल ही में आरोप लगाया कि केंद्र शासित प्रदेश में जी-20 कार्यक्रम के आयोजन के वास्ते तैयारियां शुरू होने के बाद से सैकड़ों स्थानीय युवाओं को हिरासत में लिया गया है. मुफ्ती ने आरोप लगाया कि जब से जी20 आयोजन की प्रक्रिया शुरू हुई है, युवाओं की गिरफ्तारी, उन्हें प्रताड़ित करने और उनसे पूछताछ करने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. उन्होंने कहा, "लोगों को थाने बुलाया जा रहा है. दक्षिण कश्मीर के सैकड़ों युवाओं को जेलों में डाल दिया गया है."