मोदी सरकार के मंत्रिमंडल का आज (बुधवार) विस्तार हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी टीम में कुल 43 नए मंत्रियों को शामिल किया है. अलग-अलग राज्यों से इन चेहरों को आगे लाया गया है. मंत्रिमंडल में फेरबदल पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि गलियों और शहरों के नाम बदलने से शुरू हुई राजनीति अब बार बार सीएम बदलने और अब मंत्रिमंडल का पूरा दरबार ही बदल डालने पर आ गई.ओपरेशन' से चलने वाली सरकार को 'को-ओपरेशन' की ज़रूरत पड़ रही है.. लगता है साहब का आत्मविश्वास अंदर तक हिला हुआ है. अबकी बार.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सहकारिता मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. वहीं मनसुख मंडाविया देश के नए स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्रालय और हरदीप पुरी को पेट्रोलियम व शहरी विकास मंत्रालय दिया गया है. अर्जुन मुंडा जनजातीय मामलों के मंत्री और किरण रिजिजू को कानून मंत्री बनाया गया है. नैनीताल से सांसद अजय भट्ट को रक्षा व पर्यटन राज्यमंत्री का भार दिया गया है.अश्विनी वैष्णव को रेल और आईटी, स्मृति ईरानी को महिला एवं बाल विकास, पीयूष गोयल को कपड़ा, खाद्य और उपभोक्ता व धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा व कौशल मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. कैबिनेट में नए चेहरों की एंट्री से पहले बारह पुराने चेहरों की छुट्टी कर दी गई. उनमें रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावडेकर, डॉ हर्षवर्धन, रमेश पोखरियाल निशंक, संतोष गंगवार, बाबुल सुप्रियो पर गाज गिरी है.
बता दें कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद डॉ हर्षवर्धन को स्वास्थ्य मंत्री के पद से हटा दिया गया, उनकी जगह गुजरात से आने वाले मनसुख मांडविया को नया स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया है. रमेश पोखरियाल निशंक की छुट्टी हुई उनकी जगह पेट्रोलियम मंत्री रहे धर्मेंद्र प्रधान को अब शिक्षा मंत्रालय की ज़िम्मेदारी दी गई. रविशंकर प्रसाद की भी कैबिनेट से छुट्टी कर दी गई, उनकी जगह अब खेल मंत्री रहे किरेन रिजीजू को क़ानून मंत्री बनाया गया है. अश्विन वैष्णव को रेलवे और आईटी कम्युनिकेशन जैसे अहम मंत्रालय दिए गए हैं. वो अटल बिहारी वाजपेयी के साथ पीएमओ में काम कर चुके हैं.