- हिमाचल के कुल्लू जिले के कलाथ गांव में व्यास नदी के पास जमीन के नीचे से गर्म पानी निकलना कौतूहल का विषय है.
- दरअसल गर्म पानी के कुंड भूगर्भीय गतिविधियों के कारण फूटते हैं, जिससे जमीन में दरारें आ जाती हैं.
- कलाथ गांव में सड़क और पुल टूटने से राहत कार्य प्रभावित हो रहे हैं, बिजली और पानी की आपूर्ति भी बाधित है.
इसे कुदरत का करिश्मा कहेंगे या त्रासदी. व्यास नदी से महज 20-30 मीटर दूर जमीन के नीचे से गर्म पानी आने से एक मंत्री का करोड़ों रुपए का होटल बर्बादी के कगार पर है. मनाली से करीब 10 किलोमीटर दूर जब NDTV पहाड़ और सेब के बीच से दुर्गम रास्तों से होते हुए कलाथ गांव NDTV की टीम पहुंची, तो यहां अजब नजारा दिखा.
कलाथ गांव कुल्लू मनाली राजमार्ग पर बसा है. यहां राजमार्ग पर बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे और कस्बे में सन्नाटा पसरा था इक्का दुक्का लोग चाय की दुकानों पर बैठे बातचीत करते दिखे. कलाथ गांव कुल्लू मनाली हाईवे पर एक टापू बन चुका है क्योंकि नग्गर की तरफ का लोहे का पुल बह गया. दूसरी तरफ ऑलो ग्राउंड के पास 400 मीटर सड़क बह जाने से कलाथ में राहत नहीं पहुंच पा रही है.
कलाथ के रहने वाले सुरेंद्र ने बताया कि तीन दिन से यहां बिजली नहीं है. पानी की पाइप लाइन टूटी है और सिलेंडर की कमी हो रही है. एक स्टोर था जहां परिवार के हिसाब से सब राशन लोगों ने जमा कर लिया है अब उस के पास भी सामान नहीं है. बीते 10 दिनों से राहत ही नहीं मेडिकल की टीम भी नहीं पहुंची. गांव में बुजुर्ग का ओल्ड एज होम भी चलता है.
मंत्रीजी के होटल में नीचे से निकला गरम पानी
कलाथ गांव पर्यटकों का मनपसंद जगह इसलिए भी है, क्योंकि यहां 5 गरम पानी के कुंड हैं- Hot spring. कलाथ गांव के कई होटल व्यास नदी में समा चुके हैं. यहां एक तरफ व्यास नदी का बहाव बदलने से वो गांव की ओर मुड़ गई है, दूसरी तरफ से लैंड स्लाइड हो रही है.
यहीं हमने एक होटल देखा, जिसमें गरम पानी लगातार भर रहा था. पूछने पर होटल में मौजूद गार्ड ने बताया कि ये हिमाचल प्रदेश के मंत्री बीएस बाली का होटल है. होटल के भीतर गर्म पानी का कुंड फूटने से पानी भर रहा है. गर्म पानी का सोता फूटने लाल सल्फर का पानी होटल की लॉन से लेकर अंदर तक भर रहा है, जबकि इसी होटल से बामुश्किल 10 मीटर दूर व्यास नदी दहाड़ मारते बह रही है. केयर टेकर ने कहा कि कुछ दिनों पहले गर्म पानी होटल में पानी भर रहा इससे होटल का बहुत नुकसान हुआ.
कैसे फूटता है गर्म पानी का कुंड
दरअसल भूतापीय गतिविधियों के कारण गर्म पानी का सोता फूटता है. कई बार जमीन के नीचे भूगर्भीय गतिविधि के चलते गर्म पानी का दबाव बढ़ता है तो चट्टानों में दरार के जरिए वो जमीन पर फूटता है इसी के चलते गर्म पानी के कुंड बनते हैं.
यही वजह है कि हिमाचल और उत्तराखंड में कई जगहों पर आपको गर्म पानी के कुंड मिलेंगे खास तौर पर ठंडी जगहों पर बर्फ पिघलने से चट्टानों पर दबाव बढ़ता है धरती में दरार आती है तब गर्म कुंड फूटता है.