100 साल की उम्र में भी युवाओं की तरह दौड़ने वाली स्प्रिंटर मान कौर का निधन हो गया है. उनके बेटे गुरदीप सिंह ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. तबीयत खराब होने पर मान कौर को पंजाब के शहर मोहाली के शुद्धि आयुर्वेद हास्पिटल में भर्ती कराया गया था. जहां उन्होंने आज अंतिम सांस ली.
एथलीट मान कौर का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उनके बेटे गुरदेव सिंह ने यह जानकारी दी. मान कौर 105 वर्ष की थी और उनके परिवार में दो बेटे और एक बेटी है. उन्होंने आज दोपहर बाद लगभग एक बजे अंतिम सांस ली. गुरदेव ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘उन्हें दिल का दौरा पड़ा. वह ठीक थी लेकिन हमें नहीं पता कि अचानक क्या हुआ.''
मान कौर का पिछले कुछ महीनों से स्वास्थ्य सही नहीं चल रहा था. उन्हें मोहाली के डेराबस्सी में आयुर्वेदिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मान कौर का जन्म एक मार्च 1916 को हुआ था और उन्हें ‘चंडीगढ़ की चमत्कारिक मां' के रूप में जाना जाता था. उन्होंने 93 साल की उम्र में दौड़ना शुरू किया था. उन्होंने अपना पहला पदक 2007 में चंडीगढ़ मास्टर्स एथलेटिक्स मीट में जीता था.
उन्होंने अपने सबसे बड़े बेटे गुरदेव को पटियाला में दौड़ में भाग लेते हुए देखा जिसके बाद उन्हें प्रेरणा मिली थी. वह 2017 में आकलैंड में विश्व मास्टर्स खेलों की 100 मीटर फर्राटा दौड़ जीतकर चर्चा में आयी थी. उनके नाम पर कई विश्व रिकार्ड भी हैं. उन्होंने पोलैंड में विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते थे.
(भाषा इनपुट के साथ)