"हम जीतेंगे दिल्ली..." : क्षेत्रीय दलों को एक साथ लाने का ममता बनर्जी ने किया आह्वान, कांग्रेस और CPIM पर साधा निशाना

बनर्जी ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के बारे में भी चिंता जताई और बीजेपी जोरदार हमला बोला

विज्ञापन
Read Time: 11 mins
नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और वाम दलों पर मिलीभगत का आरोप लगाने के एक दिन बाद ममता बनर्जी ने गुरुवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी तृणमूल कांग्रेस (TMC) इस साल दिल्ली पर कब्जा कर लेगी. उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के बाद सभी क्षेत्रीय दलों को एक छतरी के नीचे लाएगी. बनर्जी ने एक रैली को संबोधित करते हुए एक बार फिर "मां, माटी, मानुष" के मूल मूल्यों के प्रति अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया और दावा किया कि टीएमसी का लक्ष्य बंगाल जीतना और दिल्ली तक अपना प्रभाव बढ़ाना है. उन्होंने चुनाव के बाद क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने की बात भी कही. 

 बनर्जी ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के बारे में भी चिंता जताई और दावा किया कि इन पहलों का उद्देश्य मतदाताओं को अलग-थलग करना है. उन्होंने जनता को इन राजनीतिक योजनाओं पर भरोसा न करने के लिए आगाह किया. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप भी लगाया. 

ममता बनर्जी ने साफ शब्दों में कहा कि मैं केंद्र सरकार को एनआरसी लागू करने की इजाजत नहीं दूंगी. उन्होंने कहा कि सीएए के नाम पर बीजेपी झूठ बोल रही है. ये उनकी राजनीतिक योजनाएं हैं, उन पर भरोसा न करें, वे आप सभी को अलग-थलग करना चाहते हैं.

कांग्रेस और सीपीआईएम पर बोला हमला
बताते चलें कि इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि वह आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस को एक भी सीट नहीं देंगी. ममता ने कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मजबूत करने के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के साथ गठबंधन करने का आरोप लगाया. टीएमसी प्रमुख बनर्जी ने माकपा पर कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी के रिश्ते को खराब करने का भी आरोप लगाया.

राहुल गांधी पर भी साधा निशाना
 बिना कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यात्रा पर परोक्ष तौर पर निशाना साधते हुए कहा, 'कुछ लोग हैं जो चुनाव के समय आएंगे, बातें करेंगे और फिर चले जाएंगे.' बनर्जी ने कहा कि यदि मालदा से कांग्रेस के दिवंगत नेता गनी खान चौधरी के परिवार से कोई चुनाव लड़ता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि टीएमसी भी चुनाव लड़ेगी. वे (कांग्रेस) भाजपा को मजबूत करने के लिए माकपा के साथ मिलकर लड़ेंगे... केवल टीएमसी ही राज्य में भाजपा से राजनीतिक रूप से लड़ने में सक्षम है.''

Advertisement

ये भी पढ़ें-:

Featured Video Of The Day
Samarth: शिक्षा एक विशेषाधिकार नहीं है, यह एक अधिकार है: सीज़न 1 के भव्य समापन पर पैनलिस्ट
Topics mentioned in this article