- राज्यसभा में नेता विपक्ष खरगे द्वारा मिलिट्री और सीआरपीएफ सदन में लाने के आरोप पर भारी हंगामा हुआ.
- संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि सदन में केवल मार्शल आते हैं, मिलिट्री या पुलिस नहीं लाए गए.
- उपसभापति हरिवंश ने खरगे को सदन के नियमों का पालन करने को कहा और गलत तथ्य प्रस्तुत करने पर टोका.
राज्यसभा में मंगलवार को सदन में मिलिट्री और सीआईएसएफ लाने के नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आरोप पर भारी हंगामा हो गया. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और खरगे इसको लेकर आमने-सामने आ गए. यही नहीं, कार्यवाही बाधित करने को लेकर नेता सदन जगत प्रकाश नड्डा भी विपक्ष पर बुरी तरह भड़क गए. उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विरोध कैसे किया जाता है, इसकी ट्यूशन चाहिए हो तो वह दे सकते हैं. उनके पास 40 साल विपक्ष में रहने का अनुभव है. जानिए ऊपरी सदन में आज हुआ क्या और कैसे वार पलटवार का सिलसिसला चला...
किरेन रिजिजू ने क्या कहा
संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने नेता विपक्ष मल्लिकार्जु खरगे के उस दावे पर सवाल उठाए, जिसमें उन्होंने सदन में मिलिट्री और सीआईएसएफ को लाने की बात कही थी. रिजिजू ने कहा,' नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बहुत वरिष्ठ हैं. उन्होंने सदन में पूछा कि सदन में सीआईएसएफ को लाया गया. मिलिट्री को लाया गया. दिल्ली पुलिस को लाया गया. यह रेकॉर्ड पर क्लियर है कि सदन में मार्शल ही आ सकते हैं. उस दिन भी सदन में मार्शल ही थे. नेता विपक्ष ने जो गुमराह किया और जो गलत तथ्य रखा. आपको भी पत्र लिखा है. इतने सीनियर लीडर जब गलत पत्र लिखते हैं चेयर को तो उसके लिए कार्रवाई करनी चाहिए. ऐसे में तो हर एक सदस्य गलत बता देंगे. कल से मैं देख रहा हूं अखबार और टीवी न्यूज में भी यह बात दोहराई गई है. सिर्फ खरगे नहीं, बल्कि कई विपक्षी नेताओं ने कहा कि सदन में मिलिट्री और पुलिस लाया गया है, जो कि गलत है. सदन में केवल मार्शल ही आते हैं.'
संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने खरगे के सदन में सीआईएसएफ को लाने के दावे पर सवाल उठाया.
खरगे का पलटवार
किरेन रिजिजू के पलटवार के बाद उपसभापति हरिवंश ने खरगे से कहा कि वह अगर इस मुद्दे पर कुछ कहना चाहते हैं, तो कह सकते हैं. इस पर खरगे ने भी पलटवार किया. जानिए उन्होंने क्या कहा...
मैं आपसे पूछना चाहता हूं, क्या आप ही मेरे नेता हैं. देखिए जब मैंने जिक्र किया कि सीआईएसएफ को लाने का जो आरोप मैंने लगाया है.. (इस पर उपसभापित हरिवंश ने टोकते हुए कहा कि सीआईएसएफ नहीं है. यहां सिर्फ मार्शल ही आ सकते हैं.) खरगे ने इस पर कहा कि क्या यह सदन आप चला रहे हैं या गृह मंत्री अमित शाह चला रहे हैं. इस पर सदन में हंगामा हो गया.
नड्डा का विपक्ष को ट्यूशन ऑफऱ
नेता सदन जेपी नड्डा सदन में हंगामा करने को लेकर विपक्ष पर बरस गए.
इसके बाद वार पलटवार के इस सिलसिले में नेता सदन जेपी नड्डा भी जुड़ गए. नड्डा सदन में हंगामा करने को लेकर विपक्षी सांसदों पर बरस पड़े. उन्होंने कहा, 'आज का दिन बहुत ही ऐतिहासिक है. क्योंकि राज्यसभा में आपने जो ऑर्ब्जवेशन दिए हैं, वह सदा सदा के लिए अंकित रहेंगे. वह रेफरेंस पॉइंट बनेंगे राज्यसभा में. आपने आज दूध का दूध और पानी का पानी किया है. आपने साफ यह बताया कि कार्यवाही को बाधित करना अलोकतांत्रिक है. यह नियमों के खिलाफ है. आपने 31 जुलाई को, 28 जुलाई को, 25 जुलाई को और 1 अगस्त को उन घटनाओं को बताया जो लोकतांत्रिक तरीके से हाउस को चलाने में बाधित है. आपने यह भी बताया कि जब कोई स्पीकर बोल रहा है, तो उसके पास खड़े होकर नारे लगाना अलोकतांत्रिक है. अगर मेरे बगल में खड़े होकर कोई नारे लगाएगा, तो यह लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं है. विपक्ष के हंगाने पर नड्डा ने कहा कि मैं 40 साल से ज्यादा विपक्ष में रहा हूं. कुछ मुझसे ट्यूशन ले लें. मैं बताऊंगा, विपक्ष में क्या करते हैं. अभी नए नए हो. अभी 10 ही साल हुए हैं. अभी 30-40 रहना है. मुझसे ट्यूशन ले लो. मैं बताऊंगा क्यों विपक्ष होती है.