उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस वर्ष अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान 21 लाख दिए जलाए जाने का लक्ष्य निर्धारित करने के निर्देश देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि अगले वर्ष प्रभु श्रीराम अपने मन्दिर में विराजमान होंगे लिहाजा इसे एक बड़ा आयोजन बनाने के लिए अभी से काम शुरू किया जाए.
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास के लिए लगभग दो हजार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद एक जनसभा में कहा कि इस वर्ष अयोध्या में दीपोत्सव के अवसर पर 21 लाख दीप प्रज्ज्वलित किये जाने का लक्ष्य रखा जाए.
उन्होंने कहा, 'राम जी की पैड़ी, सूरजकुण्ड, भरत कुण्ड सहित सभी मंदिरों, घाटों में दीप प्रज्ज्वलन के लिए अभी से तैयारी की जाए. अगले वर्ष प्रभु श्रीराम अपने मन्दिर में विराजमान होने के लिए आने वाले हैं. इसे एक बड़ा आयोजन बनाने के लिए अभी से काम शुरू कर दें.'
गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान 15.76 लाख दिये प्रज्ज्वलित किए गए थे. इसे विश्व कीर्तिमान के तौर पर दर्ज किया गया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में इस वक्त लगभग 32 हजार करोड़ रुपये के विकास कार्य हो रहे हैं. इतनी परियोजनाएं देश के किसी एक नगर या जिले में नहीं चल रही हैं.
उन्होंने कहा कि अगले चार से छह माह के भीतर अयोध्या की सड़कें दिल्ली के राजपथ जैसी दिखेंगी, और यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी इसी वर्ष तैयार हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वही अयोध्या है जिसका छह वर्ष पूर्व लोग नाम लेने में भी संकोच करते थे, आज यहां सूरजकुंड, गुप्तारघाट, भरत कूप सहित विभिन्न स्थल विकसित हो रहे हैं, जो इसे दुनिया की सबसे सुंदर नगरी बनाएंगे.
उन्होंने कहा कि अभी अयोध्या में हो रहे विकास कार्यों से लोगों को परेशानी हो रही होगी, लेकिन किसी बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रारंभिक कठिनाई और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यहां के लोगों का पुनर्वास किया जाएगा. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि आगामी 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर यहां के सांसद तथा अन्य जनप्रतिनिधि राम जी की पैड़ी, भरतकुण्ड, सूरजकुण्ड तथा अन्य विभिन्न स्थानों पर योग महोत्सव के कार्यक्रम से जुड़ें.