महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के सुदूर गरडेवाडा इलाके में एक हजार से अधिक लोगों ने सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर महज 24 घंटे के भीतर ‘पुलिस चौकी' स्थापित कर दी. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि इस पुलिस चौकी से करीब 750 वर्ग किलोमीटर इलाके पर नजर रखने में सहूलियत होगी जो पूर्व में नक्सलियों का मजबूत गढ़ माना जाता था.
उन्होंने बताया कि पुलिस चौकी 1947 के बाद पहली बार स्थायी रूप से इस संवेदनशील इलाके में पुलिस कर्मियों की तैनाती का रास्ता साफ करेगी.
गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने ‘पीटीआई-भाषा' से बातचीत में कहा कि करीब 600 कमांडो सोमवार को‘सड़क को खोलने' के अभियान में जुटे थे और इस दौरान गरडेवाडा तक जाने वाली 60 किलोमीटर सड़क पर संभावित बारूदी सुरंग और घात लागाकर हमले को रोकने के लिए अभियान चलाया गया.
अधिकारी ने बताया, ‘‘ नयी पुलिस चौकी से करीब 750 वर्ग किमी क्षेत्र की निगरानी मजबूत होगी जिसे पहले नक्सलियों का मजबूत गढ़ माना जाता था. इससे एक तालाब के निर्माण, छत्तीसगढ़ के लिए गट्टा-गरडेवाड़ा-तोडगट्टा-वांगेटुरी-पनावर अंतरराज्यीय सड़क और 10 4जी मोबाइल टावरों के निर्माण में मदद मिलेगी.''
गढ़चिरौली पुलिस द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक लगभग 1,000 सी-60 कमांडो, 25 बम निरोधक दस्ते (बीडीडीएस), नवनियुक्त पुलिस जवान, 500 विशेष पुलिस अधिकारी, राज्य और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बलों की टीम और निजी ठेकेदारों ने सड़क खोलने और सुदूर गरडेवडा में नयी पुलिस चौकी स्थापित करने के कार्य में योगदान दिया.
विज्ञप्ति के मुताबिक नयी पुलिस चौकी नक्सल प्रभावति अब्जुमारह (पड़ोसी छत्तीसगढ़) से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है. पुलिस ने बताया कि 24 घंटे में पुलिस चौकी को स्थापित करने के लिए 1500 श्रमिकों, 10 जेसीबी मशीन, 10 ट्रेलर ट्रक, चार पोक्लेन मशीन,45 ट्रक और अन्य उपकरण लगाए गए थे.
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