महाराष्ट्र विधानसभा में 'जय भवानी-जय शिवाजी' के नारे, औरंगजेब और अबू आजमी पर छिड़ा संग्राम

Maharashtra Assembly Session: आजमी ने कहा कि उस समय के राजा सत्ता और संपत्ति के लिए संघर्ष करते थे, लेकिन यह कुछ भी धार्मिक नहीं था. औरंगजेब ने 52 साल तक शासन किया. अगर वह हिंदुओं के खिलाफ था, तो 34% हिंदू उनके साथ नहीं होते, और उनके सलाहकार हिंदू नहीं होते.

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Maharashtra Samajwadi Leader Abu Azmi: अबू आजमी के बयान पर महाराष्ट्र विधानसभा में हंगामा
नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ करने वाले अपने बयान पर सफाई दी है. इस बयान ने राज्य की सियासत में हंगामा मचा दिया है. शिवसेना और बीजेपी ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. महाराष्ट्र विधानसभा में इस मुद्दे पर मंगलवार को जमकर हंगामा देखने को मिला. बीजेपी और शिवसेना के सदस्यों ने सदन में जय भवानी-जय शिवाजी के नारे लगाए और अबू आजमी पर कार्रवाई की मांग की. सदन में हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. शिवसेना नेता गुलाब रघुनाथ पाटिल ने विधानसभा में अबू आजमी पर जमकर निशाना साधा. 

बीजेपी और शिवसेना की तरफ से विधानसभा के बाहर भी अबू आजमी के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. 

आजमी ने सोमवार को कहा था कि राजा लोग सत्ता और संपत्ति के लिए लड़ते थे, इसे धार्मिक रंग देना गलत है.  उन्होंने औरंगजेब का बचाव करते हुए दावा किया कि उसने न सिर्फ मंदिर तोड़े, बल्कि कई मस्जिदों को भी ढहाया था, इसलिए इसे हिंदू-मुस्लिम विवाद से जोड़ना ठीक नहीं है. 

अबू आजमी ने रविवार को कहा था कि औरंगजेब क्रूर शासक नहीं था और उसके शासनकाल में भारत "सोने की चिड़िया" था.  उन्होंने यह भी दावा किया था कि औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए थे और उसका छत्रपति संभाजी महाराज से युद्ध धार्मिक नहीं, बल्कि सत्ता का संघर्ष था.

अबू आजमी ने क्या कहा? 
आजमी ने कहा कि उस समय के राजा सत्ता और संपत्ति के लिए संघर्ष करते थे, लेकिन यह कुछ भी धार्मिक नहीं था. औरंगजेब ने 52 साल तक शासन किया, और अगर वह सच में हिंदुओं को मुसलमान बनाना चाहते, तो सोचिए कि कितने हिंदू परिवर्तित हो जाते. अगर औरंगजेब ने मंदिरों को नष्ट किया, तो उन्होंने मस्जिदों को भी नष्ट किया अगर वह हिंदुओं के खिलाफ थे, तो 34% हिंदू उनके साथ नहीं होते, और उनके सलाहकार हिंदू नहीं होते. हमें इसे हिंदू-मुस्लिम कोण देने की जरूरत नहीं है. यह देश संविधान से चलेगा, और मैंने हिंदू भाइयों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा है.  सपा नेता ने कहा कि मैंने जो कहा, वह तथ्यों पर आधारित है. इतिहास को राजनीतिक एजेंडे से नहीं, बल्कि सच के आधार पर देखना चाहिए. मैं संविधान और समानता में विश्वास रखता हूं. 

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अबू आजमी ने रविवार को कहा था कि औरंगजेब क्रूर शासक नहीं था और उसके शासनकाल में भारत "सोने की चिड़िया" था.  उन्होंने यह भी दावा किया था कि औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए थे और उसका छत्रपति संभाजी महाराज से युद्ध धार्मिक नहीं, बल्कि सत्ता का संघर्ष था.

आजमी के खिलाफ शिकायत दर्ज
मुंबई में शिवसेना के प्रवक्ता किरण पावसकर ने अबू आजमी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.उन्होंने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि अबू आजमी ने जो कुछ भी बोला है, वह गलत है.मेरी मांग है कि उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज हो.शिवसेना प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने कहा है कि कल से जांच शुरू कर दी जाएगी. 

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शिवसेना प्रवक्ता किरण पावसकर ने कहा कि यह मुद्दा विधानसभा में भी उठेगा.अगर कोई व्यक्ति हमारे देश के महापुरुषों का अपमान करेगा, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.उनके खिलाफ कार्रवाई हो, इसके लिए डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे जैसे नेता ने आवाज उठाई है.बता दें कि सपा विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसे लेकर पूरे देश में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है.उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की जा रही है. 

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