महाराष्ट्र में बारिश के बाद जगह-जगह बाढ़ के हालात ने लोगों के लिए बड़ी मुश्किल पैदा कर दी है. बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आकर अब तक राज्य में 129 लोग जान गंवा चुके हैं. खतरा बढ़ता देख राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में बचाव अभियान को तेज कर दिया है. NDRF ने अपनी टीमों की संख्या 18 से बढ़ाकर 26 कर दी है. भारी बारिश और बाढ़-भूस्खलन से प्रभावित इलाकों में NDRF ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है. NDRF की टीमों को मुंबई, रत्नागिरि, ठाणे, पालघर, रायगढ़, सातारा, सांगली, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर और नागपुर में बचाव एवं राहत कार्य के लिए तैनात किया जा रहा है.
एनडीआरएफ के प्रवक्ता ने बताया कि आठ नई टीम को भारतीय वायु सेना के एक विमान से ओडिशा से लाया गया. प्रवक्ता ने बताया कि बल महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र के जिलों की भारत मौसम विज्ञान विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान और केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट का पालन कर रहा है. राज्य के इन इलाकों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है.
NDRF की एक टीम में 47 कर्मी होते हैं. NDRF की टीमें जीवन रक्षक, हवा भरी नौका और पेड़ तथा पोल काटने वाले उपकरणों से लैस होती हैं. आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो पिछले दो दिनों में महाराष्ट्र में बारिश से जुड़े हादसों में अब तक 129 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
(भाषा इनपुट के साथ)