नागपुर के सोलर एक्सप्लोसिव्स फैक्ट्री में धमाका, छह मजदूर घायल, दो साल में हो चुकी हैं 26 मौतें

यह फैक्ट्री विस्फोटक बनाने के लिए जानी जाती है और इससे पहले भी यहां कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं. पुलिस के अनुसार, ये घटना इस साल का पहला बड़ा धमाका है.

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  • नागपुर के बाजारगांव स्थित सोलर एक्सप्लोसिव्स फैक्ट्री में बुधवार को बड़ा धमाका हुआ जिसमें 6 मजदूर घायल हो गए.
  • धमाके के बाद आसपास के गांवों के लोग फैक्ट्री के पास जमा हो गए. घायल मजदूरों को अस्पताल पहुंचाया गया.
  • इस कंपनी में दिसंबर 2023 में भी विस्फोट हुआ था, जिसमें नौ मजदूरों की मौत और तीन गंभीर घायल हुए थे.
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महाराष्ट्र के नागपुर जिले के बाजारगांव में स्थित सोलर एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड के कारखाने में बुधवार को एक बड़ा धमाका हुआ. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में छह मजदूर घायल हुए हैं जिन्हें फैक्ट्री परिसर से बाहर निकालकर अस्पताल भेजा गया है. नागपुर-अमरावती राजमार्ग पर स्थित इस फैक्ट्री के पास धमाके की खबर मिलते ही आसपास के गांवों के लोग बड़ी संख्या में जमा हो गए.

यह फैक्ट्री विस्फोटक बनाने के लिए जानी जाती है और इससे पहले भी यहां कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं. पुलिस के अनुसार, ये घटना इस साल का पहला बड़ा धमाका है. इससे पहले 17 दिसंबर 2023 को इसी कंपनी में विस्फोट हुआ था, जिसमें नौ मजदूरों की मौत और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.

पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं 

विदर्भ क्षेत्र में विस्फोटक फैक्ट्रियों और आयुध निर्माण इकाइयों में हादसे आम बात हो गए हैं.

  • 24 जनवरी 2025: भंडारा जिले के जवाहरनगर स्थित ऑर्डनेंस फैक्ट्री में हुए धमाके में सात कर्मचारी मारे गए और पांच घायल हुए.
  • 27 जनवरी 2024: इसी फैक्ट्री में एक और विस्फोट हुआ था, जिसमें एक कर्मचारी की मौत हो गई थी.
  • 13 जून 2024: अमरावती मार्ग पर धामना की चामुंडी एक्सप्लोसिव कंपनी में हुए हादसे में नौ मजदूरों की जान गई थी.
  • 17 दिसंबर 2023: नागपुर के पास बाजारगांव की सोलर एक्सप्लोसिव्स इंडस्ट्री में हुए विस्फोट में 9 श्रमिक झुलसकर मर गए थे.

पुराने हादसे भी भुलाए नहीं जा सके

मई 2016 में वर्धा जिले के पुलगांव स्थित केंद्रीय गोला-बारूद भंडार (सीएडी कैंप) में भीषण आग और विस्फोट से सेना के दो अधिकारियों समेत 17 लोगों की मौत हो गई थी. यह घटना आज भी क्षेत्र के लोगों की यादों में ताजा है. पिछले दो वर्षों में नागपुर और आसपास स्थित इन फैक्ट्रियों में हुए अलग-अलग धमाकों में 17 से ज्यादा मजदूरों की मौत हो चुकी है. जानकार मानते हैं कि सुरक्षा उपायों की कमी और लगातार हो रहे हादसे इस क्षेत्र की बड़ी चिंता बन चुके हैं.

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