महाराष्ट्र : ‘ओमिक्रॉन’ का पहला मरीज मरीन इंजीनियर, अप्रैल से ही जहाज पर था तैनात

महाराष्ट्र में सामने आए मामले के बारे में अधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को कहा था कि 33 वर्षीय यह व्यक्ति 23 नवंबर को दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचा था, जहां उसने कोविड जांच के लिए नमूना दिया था.

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संक्रमित इंजीनियर अपनी पेशागत मजबूरियों के चलते कोविड-रोधी की खुराक नहीं ले सका था. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुंबई:

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमिक्रॉन' से संक्रमित पाया गया 33 वर्षीय व्यक्ति पेशे से मरीन इंजीनियर है. महाराष्ट्र में इस स्वरूप के संक्रमण का यह पहला और देश में चौथा मामला है. कल्याण डोम्बिवली नगर निगम के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि संक्रमित इंजीनियर अपनी पेशागत मजबूरियों के चलते कोविड-रोधी की खुराक नहीं ले सका था जोकि अप्रैल से ही जहाज पर ड्यूटी पर तैनात था. अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ''वह एक निजी मर्चेंट नेवी जहाज पर तैनात थे और अप्रैल में महामारी की दूसरी लहर के दौरान ही देश से चले गए थे. उस समय, टीके की खुराक केवल अग्रिम मोर्चा कर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए उपलब्ध थी.''

महाराष्ट्र में सामने आए मामले के बारे में अधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को कहा था कि 33 वर्षीय यह व्यक्ति 23 नवंबर को दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचा था, जहां उसने कोविड जांच के लिए नमूना दिया था. इसके बाद उसने मुंबई के लिए उड़ान पकड़ी थी. इस संबंध में एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि व्यक्ति को हल्का बुखार है, लेकिन उसे कोविड-19 के अन्य लक्षण नहीं हैं. महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डॉक्टर अर्चना पाटिल ने मुंबई में पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘कल्याण डोंबिवली नगर निगम क्षेत्र का एक व्यक्ति कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित पाया गया है. यह राज्य में पहला आधिकारिक मामला है.''

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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