Corona Pandemic: कोरोना महामारी की नई लहर में महाराष्ट्र (Maharashtra) में बड़ी संख्या में डॉक्टर भी कोरोना संक्रमित हुए हैं. राज्य के 519 रेजीडेंट डॉक्टर कोविड से संक्रमित (Corona Positive) हुए हैं. सिर्फ़ मुंबई से ही 203 जूनियर डॉक्टर कोविड पॉज़िटिव हुए हैं. महाराष्ट्र में तीसरी लहर की आशंका के बीच बच्चों के लिए भी कोविड वॉर्ड बनाए जा रहे हैं. मार्च 2021 से अब तक मुंबई के नायर, केईएम, कूपर, सायन, जेजे जैसे सरकारी और बीएमसी अस्पताल के 203 डॉक्टर कोविड पॉज़िटिव हुए हैं. महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ़ रेज़िडेंट डॉक्टर्स (MARD) के मुताबिक़, इनमें से कई डॉक्टर वैक्सीन की दूसरी डोज़ ले चुके थे.
कोरोना से पॉजिटिव हो चुके लोगों के लिए वैक्सीन की एक डोज ही कारगर : स्टडी
कोरोना से बुरी तरह प्रभावित पुणे शहर में 150 रेज़िडेंट्स कोरोना की चपेट में आए हैं. डॉक्टर बताते हैं कि कोविड-नॉन कोविड ड्यूटी में तैनात डॉक्टरों को एक साथ होस्टल में रुकना, इनमें संक्रमण बढ़ने का कारण रहा. रेजीडेंट डॉक्टर विजय यादव कहते हैं, 'पिछले साल होटल बगैरह में रुकने की व्यवस्था थी, इस बार हम सबको होस्टल में ही साथ रहना पड़ा, इसलिए बहुत लोग संक्रमित हुए. इस बार नई लहर में चुनौतियां बड़ी हैं क्योंकि केस बहुत ज़्यादा हैं और बेसिक इन्फ़्रस्ट्रक्चर की कमी इससे काम का दबाव हम डॉक्टरों पर बहुत है.'
कोविशील्ड और कोवैक्सीन टीके की 16 करोड़ डोज के लिए 2520 करोड़ रुपये का केंद्र ने दिया एडवांस
डॉक्टरों पर दबाव की इन शिकायतों के बीच महाराष्ट्र में तीसरी लहर की तैयारियाँ भी शुरू हो गई हैं. डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, डॉक्टर टीपी लहाने बताते हैं कि बच्चों में बढ़े संक्रमण को देखते हुए उनके लिए अलग से कोविड वॉर्ड बनाए जा रहे हैं. कोरोना की तीसरी लहर 10 से 18 तक के आयुवर्ग के बच्चों को संक्रमित कर सकती है, ऐसे में पीडियाट्रिक वार्ड की तैयारी की जा रही है. महाराष्ट्र की बात करें तो राज्य में फ़िलहाल 60 हज़ार के क़रीब मामले लगातार आ रहे हैं, मौतें 700 के क़रीब बनी हुई हैं. डॉक्टर-स्टाफ़ की क़िल्लत की शिकायतों के बीच अस्पतालों में बेड जुटाने की मुहिम रेकॉर्ड स्तर पर जारी है.
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के नए केसों में कमी आने लगी : स्वास्थ्य मंत्रालय