Maharashtra : मजदूर पिता ने बेटी का सपना पूरा करने के लिए गिरवी रखा मकान, अब बेटी को लाखों की नौकरी

रोहिणी के पिता मजदूरी करते हैं और साथ ही घर चलाने के लिए बकरियों को भी पालते हैं. लेकिन सभी समस्याओं के बीच रोहिणी ने अपनी पढ़ाई पूरी की और जपानी भाषा सीखकर जपान की एक फूड प्रोसेसिंग कंपनी में नौकरी भी हासिल की.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
रोहिणी के पिता मजदूरी करते हैं और साथ ही घर चलाने के लिए बकरियों को भी पालते हैं.
मुंबई:

महाराष्ट्र के बुलढाणा में एक गरीब पिता की बेटी की जपान में बहुत अच्छी नौकरी लग गई है. जानकारी के मुताबिक, लड़की के पिता, मजदूरी करते हैं लेकिन फिर भी लड़की ने अपनी पढ़ाई पूरी की. पहले लड़की ने सभी समस्याओं को मात देते हुए 10वीं पास की और फिर कृषि विद्यालय से डिप्लोमा भी किया और जपानी भाषा भी सीखी. लड़की का नाम रोहिणी गवई है और वो बुलढाणा शहर से 7 किलोमीटर दूर कोलवाड गांव की रहने वाली है. 

रोहिणी के पिता मजदूरी करते हैं और साथ ही घर चलाने के लिए बकरियों को भी पालते हैं. रोहिणी भी अक्सर बकरियों को चराने जाया करती थी और घर का गुजारा भी बहुत मुश्किल से चलता था. लेकिन सभी समस्याओं के बीच रोहिणी ने अपनी पढ़ाई पूरी की और जपानी भाषा सीखकर जपान की एक फूड प्रोसेसिंग कंपनी में नौकरी भी हासिल की. जपान की कंपनी ने उसे तुरंत नियुक्ति पत्र भी भेज दिया और प्रति माह उसे 1 लाख 58 हजार की सैलरी का ऑफर दिया. 

रोहिणी ने कहा, "मैने अग्रीकल्चरल का डिप्लोमा किया है. मेरे माता पिताजी मजदूरी का काम करते है. बुलढाणा के बोट्री फाउंडेशन द्वारा शुरु की गई जपानी भाषा की क्लास की परीक्षा मैंने पास की है. जपान में मुझे फूड प्रोसेसिंग कंपनी मे जॉब मिला है. मेरी सॅलरी 1 लाख 58 हजार रुपये है और मैं जपान जा रही हूं."

इसके बाद गरीब पिता ने बेटी रोहिणी को जपान भेजने के लिए अपना घर गिरवी रख दिया और ब्याज सहित टिकट के लिए तीन लाख रुपये जुटाए और अपनी बेटी को जपान भेजा. 

Featured Video Of The Day
Israel Hamas Ceasfire Deal का भारत पर पड़ेगा फर्क? जानिए क्या कहते हैं Experts | Watan Ke Rakhwale
Topics mentioned in this article