महाराष्ट्र डूबा बारिश में: मंजारा नदी उफान पर, हजारों हेक्टेयर फसल नष्ट, विदर्भ में भी ऑरेंज अलर्ट

महाराष्ट्र का मराठवाड़ा इलाका भारी बारिश और बाढ़ से तबाह है, जहां मंजारा नदी उफान पर है और 30,000 हेक्टेयर फसल नष्ट हो चुकी है.

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  • महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में मंजारा नदी के उफान से खेत डूब गए हैं जिससे भारी नुकसान हुआ है
  • सोलापुर जिले में बाढ़ से फसलें नष्ट हुईं है, कई पशुओं की भी मौत हुई है
  • खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने किसानों को सहायता का भरोसा दिया है
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मुंबई:

महाराष्ट्र का मराठवाड़ा इलाका इस समय बाढ़ की चपेट में है. धाराशिव जिले में मंजारा नदी उफान पर है, जिससे खेत डूब गए, सड़कें जलमग्न हो गईं और सोलर पैनल टूटकर बिखरे पड़े हैं. लगातार हो रही भारी बारिश ने मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र के कई जिलों में तबाही मचा दी है. सोलापुर जिले में फसलें बर्बाद हो गईं, पशुओं की मौत हुई और घरों व छोटे कारोबारों को भारी नुकसान पहुंचा है.

छगन भुजबल ने किसानों को मदद का दिया भरोसा

खेतों में पांच फीट से अधिक पानी जमा होने से फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं. बाढ़ प्रभावित किसानों से मिलने पहुंचे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने आश्वासन दिया कि किसी को बेसहारा नहीं छोड़ा जाएगा. भुजबल ने कहा, “किसानों के नुकसान का पंचनामा करने का आदेश दिया गया है. सभी किसानों की हर संभव मदद होगी, स्थिति बेहद गंभीर है.” किसानों ने मंत्री को देखकर रोते हुए अपनी परेशानी बयां की.

राहत और बचाव कार्य जारी

बारिश और बाढ़ से घिरे गांवों में एनडीआरएफ और सेना की टीमें लगातार राहत अभियान चला रही हैं. धाराशिव जिले के परांडा तालुका के वांगेगाव्हान गांव में 33 लोगों को सुरक्षित निकाला गया. इनमें से 5 लोगों को हेलीकॉप्टर से और 28 लोगों को नाव के जरिए सुरक्षित पहुंचाया गया. इसी तरह, मुंगशी गांव से सेना ने 20 लोगों को सुरक्षित निकाला. अब तक 50 से अधिक लोगों को बचाया गया है.

मराठवाड़ा क्षेत्र, जो सामान्यतः सूखे से जूझता है, इस बार अप्रत्याशित बारिश से डूब गया. अब तक कम से कम आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30,000 हेक्टेयर से अधिक फसल बर्बाद हो गई है. कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और गांवों में पानी भरने से सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

मराठवाड़ा के बाद अब विदर्भ पर संकट?

मराठवाड़ा के बाद पूर्वी विदर्भ के नागपुर, चंद्रपुर और गढ़चिरोली तथा पश्चिमी विदर्भ के यवतमाल जिलों में भारी वर्षा की संभावना क्षेत्रीय मौसम विभाग ने जताई है. चंद्रपुर जिले में सुबह से ही लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे नदियां और नाले उफान पर हैं. मौसम विभाग ने यवतमाल, चंद्रपुर और गढ़चिरोली में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. बंगाल की खाड़ी में पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों के पास बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण विदर्भ और तेलंगाना के कई जिलों में भारी वर्षा की आशंका व्यक्त की गई है.

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