महाराष्ट्र की मुंबई सिटी में हमेशा की तरह इस बार भी विधानसभा चुनावों के दौरान वोटिंग का आंकड़ा बहुत कम रहा. मुंबई के वोटर्स हमेशा की ही तरह वोटिंग को लेकर इस बार भी बेहद सुस्त ही नजर आए. वहीं दूसरी ओर यहां के नक्सली प्रभावित इलाके गढ़चिरौली 62.99 फीसदी से अधिक मतदान हुआ था और यह अपने आप में ही एक रिकॉर्ड है. दूसरी ओर मुंबई के कोलाबा इलाके में सबसे कम 44.5 फीसदी मतदान हुआ था.
केवल महाराष्ट्र के कोलाबा ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भी 20 नवंबर को हुए उपचुनाव में वोटिंग प्रतीशत बेहद ही कम देखा गया. यहां केवल 33.33 प्रतिशत ही मतदान हुआ था और यह बहुत ही कम आंकड़ा है.
बता दें कि कोलाबा में इस बार 44.4 प्रतिशत मतदान हुआ है जो 2019 में हुए मतदान से थोड़ा अधिक है. 2019 में यहां केवल 40.2 प्रतिशत मतदान ही हुआ था लेकिन 2014 में यहां पर 46.2 प्रतिशत मतदान हुआ था. केवल विधानसभा ही नहीं बल्कि लोकसभा चुनावों में भी यहां पर सबसे कम वोटिंग हुई थी.
इलेक्शन कमीशन और कई एनजीओ द्वारा नागरिकों को वोट करने के लिए प्रेरित करने बावजूद भी यहां के वोटर्स बेहत सुस्त ही नजर आए. केवल कोलाबा ही नहीं बल्कि गाजियाबाद में भी ऐसे ही हालात देखे गए और यहां भी वोटिंग प्रतिशत बेहद ही कम रहा. केवल इलेक्शन कमीशन द्वारा ही नहीं बल्कि पीएम मोदी ने भी लोगों से मतदान की अपील की थी लेकिन इसके बाद भी इन दोनों ही इलाकों में वोटिंग प्रतिशत बेहद कम रहा.