डेल्टा प्लस वेरीयंट को लेकर काफी चिन्ताएं थीं, लेकिन महाराष्ट्र के जलगांव में जहां 13 डेल्टा प्लस के मरीज मिले थे वो कोविड फ्री होने की राह पर है, यहां का पारोला तालुका जहां 7 डेल्टा प्लस के मरीज मिले थे वहा, एक भी कोविड मरीज नहीं, डेल्टा प्लस का हॉटस्पॉट तालुका कोविड मुक्त हो चुका है. बेहद संक्रामक बताए गए, डेल्टा प्लस के 13 मामले रिपोर्ट करने वाला जलगांव जिला जीरो कोविड मामले और जीरो मौतें रिपोर्ट कर रहा है.
जिले का पारोला तालुका जहां सबसे ज्यादा 7 डेल्टा प्लस मामले रिपोर्ट हुए, वो कोविड मुक्त हो चुका है यानी यहां एक भी ऐक्टिव कोविड मरीज़ नहीं. राज्य के रत्नागिरी जिले में सबसे ज्यादा 15 डेल्टा प्लस मामले हैं, लेकिन रोजाना के संक्रमण के आंकडे यहां 60-70 के करीब हैं.
स्टेट कोविड टास्क फोर्स ने इन आंकड़ों को देखते हुए साफ कहा है की ‘डेल्टा प्लस' से चिंता की बात नहीं. ये वेरीयंट डेल्टा वेरीयंट जैसा ही है जो पहले ही काफी क्षति पहुँचा चुका है
सबसे ज़्यादा डेल्टा प्लस मामलों वाले महाराष्ट्र के ज़िले कोविड फ़्री की राह पर दिख रहे हैं तो इसी बीच अहमदनगर और पुणे जैसे ज़िलों को लेकर क्या कहें, जहां डेल्टा प्लस के मामले 4-6 के क़रीब हैं लेकिन सबसे ज़्यादा 700 से 800 के क़रीब संक्रमण के मामले रोज़ाना रिपोर्ट कर रहे हैं.