महाराष्ट्र में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलकर फाइव स्टार होटलों (5 STAR Hotel) चूना लगाने वाले एक ठग (Thug) को गिरफ्तारी होने के महज 3 दिन में ही सजा सुना दी गई. नवी मुंबई (Navi Mumbai) पुलिस और कोर्ट की सक्रियता से यह संभव हो सका.15 दिसंबर को गिरफ्तार ठग को 18 दिसंबर को सजा सुना दी गई, शातिर ठग अब तक 187 होटलों को ऐसी तरकीबों से धोखाधड़ी का शिकार बना चुका था.
नवी मुंबई की वाशी पुलिस और अदालत ने शातिर ठग विन्सेंट जॉन को 3 दिन (Maharashtra Thug sentenced in 3 Days) में ही सुनवाई पूरी कर सजा सुनाई. नवी मुंबई (Navi Mumbai )के एसीपी विनायक वत्स ने बताया कि नवी मुंबई की अदालत ने 63 साल के शातिर ठग विन्सेंट जॉन को 6महीने की सजा सुनाई और 2 हजार रुपये जुर्माना लगाया है.वाशी पुलिस थाने के सीनियर पी आई संजीव धुमाल के मुताबिक, 15 दिसंबर को आरोपी विन्सेंट जॉन को जब रिमांड के लिए कोर्ट में पेश किया गया तो उनका पिछला अपराधिक इतिहास और उम्र देखकर अदालत ने तीन दिन में आरोप पत्र दाखिल करने का आदेश दिया.
अदालत के आदेश पर केस से जुड़े गवाहों के बयान दर्ज कर 25 पन्नों का आरोप त्र दायर किया गया. अदालत में मजिस्ट्रेट विकास बडे ने आरोपी को उस पर लगे ठगी के आरोप को सुनाया तो उसने तुरंत अपना गुनाह कबूल कर लिया. नतीजा यह रहा कि मजिस्ट्रेट ने उसे दोषी करार कर 6 महीने की सजा और 2000 रुपये जुर्माना सुना दिया. तमिलनाडु के रहने वाले 63 साल के विन्सेंट जॉन पर देश भर में 187 होटलों को लाखों का चूना लगाने का आरोप है. 15 दिसंबर को वाशी पुलिस ने नवी मुंबई के तुंगा होटल को चुना लगाने के आरोप में ठाणे से गिरफ्तार किया था.
पुलिस के मुताबिक, नवी मुंबई में तुंगा होटल में 12 से 14 दिसंबर के लिए विंसेंट जॉन नाम के व्यक्ति ने अपने आधार की कॉपी दिखाकार 2 दिन के लिए महंगा कमरा बुक किया। फर्राटेदार अंग्रेजी में उसने खुद को बड़ा कारोबारी बताया और कंपनी की मीटिंग के लिए कॉन्फ्रेंस हॉल बुक करने का भी आदेश दे दिया। होटल के कमरे में जाने के बाद पहले तो उसने महंगी शराब और सिगरेट मंगाई. फिर कॉन्फ्रेंस में प्रजेंटेशन के लिए होटल से लैपटॉप मांगा. दूसरे दिन होटल मैनेजमेंट कॉन्फ्रेंस हॉल में गेस्ट का इंतजार करते रहे लेकिन कोई नही आय. जब विंसेंट का कमरा चेक किया गया तो वो भी गायब था साथ में होटल का लैपटॉप और शराब भी.
वाशी पुलिस ने मामला दर्ज कर तलाश शुरू की और सर्विलांस के जरिये ठाणे में घोडबंदर के पास उसे पकड़ लिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी फरार होने के बाद होटल की शराब , सिगरेट और लैपटॉप बेचकर अपना गुजारा करता है.अपनी असली पहचान छिपाने के लिये वो नई जगहं नया नाम बताता है। अब तक थेरिनाथन, माइकल जोसेफ, दिलीप स्टीफन, माइकल फर्नाडो, विजय करण, राजीव देसाई , निर्मल, एस पी कुमार जैसे अनेकों नामों का इस्तेमाल कर चुका है.
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि पूरे देश मे आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, केरल और महाराष्ट्र के कुल 187 होटलों को इसी तरहं से चूना लगा चुका है.तीन दिन में गिरफ्तारी, जांच , मुकदमा और सजा के उल्लेखनीय कार्य मे वाशी पुलिस के निरीक्षक प्रमोद तोरडमल, सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन ढगे,पुलिस हवलदार शैलेश कदम, पुलिस नाइक सुनील चिकने, श्रीकांत सावंत पुलिस कांस्टेबल ठाकुर और डगळे सहित कोर्ट के क्लर्क सुर्वे और सरकारी वकील दातरंगे की विशेष भूमिका रही।