शिवसेना के बागी विधायक संजय राठौड़ को महाराष्ट्र कैबिनेट में शामिल करने पर अब सवाल उठने लगे हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और बीजेपी की सरकार बनने के बाद यह पहला मौका है जब शिंदे के फैसले पर बीजेपी की तरफ से सवाल उठाए जा रहे हैं. बीजेपी की राज्य इकाई की उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने ट्वीट कर सवाल उठाए हैं. उन्होंने लिखा कि 'यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि महाराष्ट्र की बेटी पूजा चव्हाण की मौत का कारण बने संजय राठौड़ को फिर से मंत्री का पद दिया गया है... मैं उनके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखूंगी.'
पूरे घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने फैसले का बचाव किया है. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, ‘‘एमवीए सरकार के दौरान उन्हें (राठौड़) क्लीन चिट दे दी गयी थी, इसलिए उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट दी थी. अगर किसी को इस पर और कुछ कहना है तो उसकी बात भी सुनी जा सकती है.''
संजय राठौड़ के मंत्री बनने के बाद से एक बीजेपी नेता किरीट सोमैया का एक पुराना वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने कहा था कि आत्महत्या वास्तव में संजय राठौड़ द्वारा की गयी "हत्या" थी. आज के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल सोमैया ने हालांकि इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के वन मंत्री रहे संजय राठौड़ को तात्कालिन विपक्षी दल बीजेपी द्वारा लगाए गए आरोपों के कारण पद छोड़ना पड़ा था. उनके ऊपर पुणे में 23 वर्षीय महिला की आत्महत्या के मामले से जुड़े होने का आरोप लगे थे. मंत्री पर आरोप था कि महाराष्ट्र के बीड जिले की मूल निवासी पूजा चव्हाण अपने भाई और अपने दोस्तों के साथ पुणे में अंग्रेजी भाषा सीखने का कोर्स करने के लिए रह रही थी. महिला ने 8 फरवरी को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.