महाराष्ट्र के नासिक में यात्रियों से भरी बस में लगी आग, एक बच्चा समेत 11 की जलकर मौत; 38 झुलसे

सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्ठानीय पुलिस का कहना है कि वह अभी भी मौतों की सही संख्या का पता लगाने की कोशिश कर रही है.

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पुलिस का कहना है कि वह अभी भी मौतों की सही संख्या का पता लगाने की कोशिश कर रही है.

नासिक:

महाराष्ट्र के नासिक में आज सुबह तड़के यात्रियों से भरी एक लग्जरी बस में आग लगने से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है. इसमें एक बच्चा भी शामिल है. इनके अलावा 30 अन्य यात्री इस हादसे में झुलस गए हैं. सभी घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्ठानीय पुलिस का कहना है कि वह अभी भी मौतों की सही संख्या का पता लगाने की कोशिश कर रही है. 

ये दुर्घटना औरंगाबाद रोड पर नासिक के नांदूर नाका मिरची होटल के पास अहले सुबह 5 बजे के करीब हुई है. समाचार एजेंसी PTI के अनुसार एक कंटेनर में टक्कर मारने की वजह से बस में आग लगी. ये बस यवतमाल से मुंबई जा रही थी, जबकि कंटेनर ट्रक नासिक से पुणे जा रहा था.

घटना की सूचना मिलते ही अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया. हादसे के वीडियो में साफ दिख रहा है कि यात्री बस आग का गोला बन गई है और धू-धू कर जल रही है.

नासिक के पुलिस उपायुक्त अमोल तांबे ने कहा, "मरने वालों में ज्यादातर बस के स्लीपर कोच यात्री थे . घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है." उन्होंने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आग लगने के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है.

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसा सुबह करीब 5.15 बजे हुआ जिसके बाद उन्होंने पुलिस और एंबुलेंस को फोन किया.

इधर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना पर दुख जतकाया है और हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की है. हादसे में घायल हुए लोगों को ₹50,000 देने का भी ऐलान किया है.

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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. राज्य के मंत्री दादा भुसे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार घायलों के इलाज का खर्च उठाएगी.

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