महाकुंभ (Mahakumbh) के दूसरे दिन अमृत स्नान पर संगम में डुबकी लगाने वालों का आधिकारिक आंकड़ा सामने आ चुका है. मंगलवार को मकर संक्रांति के मौके पर अमृत स्नान के दौरान संगम तट पर 3.50 करोड़ से अधिक श्रंद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया के जरिए दी. सीएम योगी ने बताया कि प्रथम अमृत स्नान पर्व पर मंगलवार को 3.50 करोड़ से अधिक पूज्य संतों, श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया. इससे पहले महाकुंभ के पहले दिन अमृत स्नान पर 1.50 करोड़ से ज्यादा लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई थी.
श्रद्धालु चुनने लगे सड़क पर गिरे फूल, समेटने लगे चरणों की धूल
महाकुंभ के रंग में रंगी संगम नगरी, श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
महाकुंभ की महाकवरेज यहां देखिए
संगम तट का नजारा बहुत ही दिव्य, भव्य और अलौकिक लग रहा है. हर तरफ हाथों में सनातन ध्वज उठाए साधु-संतों का जमावड़ा है और हर ओर बम-बम भोले की गूंज सुनाई दे रही है.
महाकुंभ में युवाओं के बीच सनातन संस्कृति के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है : उप्र सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि देश-विदेश में स्थापित एंकर, मॉडल और इंजीनियर जैसे पेशेवर अब भारतीय परंपराओं और अध्यात्म से गहराई से जुड़ रहे हैं.
महाकुम्भ के दौरान कई प्रेरक कहानियां सामने आईं. इनमें से एक कहानी हरियाणा के अभय सिंह की भी है, जिन्हें ‘इंजीनियर बाबा’ के नाम से जाना जाता है. वह आईआईटी बंबई में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के छात्र रह चुके हैं. उन्होंने वैज्ञानिक ज्ञान को आध्यात्मिक ज्ञान के साथ मिश्रित करने के अपने अनूठे दृष्टिकोण से महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया.
उत्तराखंड की हर्षा नामक युवती ने ग्लैमर की दुनिया छोड़कर आध्यात्म को अपनाया. बयान में कहा गया है कि उन्हें स्वामी कैलाशानंद गिरि ने आध्यात्म ने दीक्षा दी थी.
दिल्ली-प्रयागराज के बीच डेली फ्लाइट का संचालन करेगी एयर इंडिया
टाटा ग्रुप की एयरलाइन एयर इंडिया ने मंगलवार को ऐलान किया है कि वह दिल्ली और प्रयागराज के बीच डेली फ्लाइट का संचालन करेगी. इसकी वजह दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम महाकुंभ 2025 के कारण घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग बढ़ना है. एयर इंडिया 25 जनवरी से लेकर 28 फरवरी के बीच इस रूट पर फ्लाइट्स का संचालन करेगी.
एयरलाइन के अनुसार, 25 जनवरी से 31 जनवरी तक, एयर इंडिया की दिल्ली-प्रयागराज फ्लाइट दिल्ली से 14:10 बजे रवाना होगी और 15:20 बजे प्रयागराज पहुंचेगी. वापसी की फ्लाइट प्रयागराज से 16:00 बजे उड़ान भरेगी और 17:10 बजे दिल्ली पहुंचेगी.
संतों और श्रद्धालुओं ने सीएम योगी को बताया सनातन संस्कृति का ध्वजवाहक
महाकुंभ 2025 इस बार भव्य और दिव्य के साथ-साथ नव्य भी है और वो इसलिए, क्योंकि पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुगलकालीन परंपरा को तोड़ते हुए शाही स्नान समेत कई अन्य कार्यक्रमों को सनातन से जोड़ते हुए नया नाम दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कदम की महाकुंभ में हर कोई प्रशंसा कर रहा है. साधु संतों समेत आम श्रद्धालुओं ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सनातन संस्कृति का ध्वजवाहक करार दिया.
अयोध्या के श्री राम वैदेही मंदिर के महंत स्वामी दिलीप दास त्यागी जी महाराज ने मकर संक्रांति का अमृत स्नान करने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमारी सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित करने का कार्य किया है. महाकुंभ 2025 ने गुलामी के प्रतीक शब्दों से छुटकारा दिलाकर सनातन संस्कृति को नई पहचान दी है. इस बार अमृत स्नान का दिव्य और भव्य अनुभव ऐतिहासिक साबित हो रहा है. उन्होंने कहा कि "शाही स्नान" और "पेशवाई" जैसे मुगलकालीन शब्दों को हटाकर "अमृत स्नान" और "छावनी प्रवेश" जैसे सनातनी शब्दों को शामिल करना सनातन संस्कृति को सशक्त करने की दिशा में बड़ा कदम है. आज यह आयोजन भारतीय परंपराओं और संस्कृति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत कर रहा है.
महाकुंभ में मकर संक्रांति पर अखाड़ों ने किया दिव्य-भव्य अमृत स्नान
तीर्थराज, प्रयागराज में सनातन आस्था के महापर्व, महाकुंभ के अवसर पर मंगलवार को मकर संक्रांति का अमृत स्नान संपन्न हुआ. पौराणिक मान्यता के अनुसार महाकुंभ में मकर संक्रांति के स्नान को अमृत स्नान माना जाता है. आज भगवान सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने की तिथि पर परंपरा अनुसार साधु-संन्यासियों के अखाड़ों ने पूरे विधि-विधान से शोभा यात्रा निकालते हुए अमृत स्नान किया.
सनातन परंपरा में आस्था रखने वाले श्रद्धालु अखाड़ों के अमृत स्नान को देखने और नागा, बैरागी साधु-संतों का आशीर्वाद पाने के लिए कतारबद्ध खड़े थे. हाथों में माले, भाले, तीर, तलवार, त्रिशूल लिए नागा साधुओं ने ब्रह्ममुहूर्त में ही संगम में अमृत स्नान किया. सहस्त्राब्दियों से चली आ रही महाकुंभ में अमृत स्नान की अक्षुण्ण सनातन परंपरा को जीवंत होता देख आम जनमानस भाव विह्वल हो उठा. हिमालय की कंदराओं, मठों, मंदिरों में रहने वाले धर्म रक्षक नागा अपना रूप श्रृंगार कर मां गंगा की गोद में अठखेलियां करने उतर पड़े.
3.50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने किया अमृत स्नान
महाकुंभ के दूसरे दिन अमृत स्नान पर संगम में डुबकी लगाने वालों का आधिकारिक आंकड़ा सामने आ चुका है. मंगलवार को मकर संक्रांति के मौके पर अमृत स्नान के दौरान संगम तट पर 3.50 करोड़ से अधिक श्रंद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया के जरिए दी. सीएम योगी ने बताया कि प्रथम अमृत स्नान पर्व पर मंगलवार को 3.50 करोड़ से अधिक पूज्य संतों, श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया. इससे पहले महाकुंभ के पहले दिन अमृत स्नान पर 1.50 करोड़ से ज्यादा लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई थी.
सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आस्था, समता और एकता के महासमागम 'महाकुंभ-2025 प्रयागराज' में पावन 'मकर संक्रांति' के शुभ अवसर पर पवित्र संगम में आस्था की पवित्र डुबकी लगाने वाले सभी पूज्य संतगणों, कल्पवासियों व श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन. प्रथम अमृत स्नान पर्व पर आज 3.50 करोड़ से अधिक पूज्य संतों एवं श्रद्धालुओं ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया."
मकर संक्रांति के अवसर पर मेला क्षेत्र में बिहू नृत्य का भव्य आयोजन
प्रयागराज में इस बार पूर्वोत्तर के राज्यों की कई परंपराएं भी पहली बार देखने को मिल रही हैं. इसी कड़ी में महाकुंभ मेला परिसर में पहली बार पूर्वोत्तर का प्रसिद्ध पर्व भोगाली बिहू मनाया गया. मकर संक्रांति के अवसर पर पूर्वोत्तर के संतों के शिविर प्राग ज्योतिषपुर में मंगलवार सुबह विशेष आयोजन किया गया, जिसमें परंपरागत रूप से पर्व मनाने के साथ ही कई राज्यों से आई महिला श्रद्धालुओं ने बिहू नृत्य किया. सुबह के समय चावल से बने व्यंजन को वितरित किया गया. नामघर में नाम कीर्तन का आयोजन हुआ.
इससे पहले मेला परिसर की महिला श्रद्धालुओं ने बिहू नृत्य प्रस्तुत कर पूर्वोत्तर की असमिया संस्कृति का रंग महाकुंभ मेला परिसर में बिखेर दिया. इस अवसर पर एक दिन पूर्व रात में धान के पुआल से बनाए गए भेलाघर और बांस की मदद से बनाए गए मेजी को मंगलवार सुबह जला दिया गया. इस अवसर पर पूर्वोत्तर राज्यों के संत, साधक और श्रद्धालु मौजूद रहे.
महाकुंभ में पहुंचे किन्नर अंतरराष्ट्रीय अखाड़ा के सदस्य, जताई खुशी
महाकुंभ में किन्नर अंतरराष्ट्रीय अखाड़ा से जुड़े सदस्य भी शामिल हुए. अखाड़े के सदस्यों ने इस मौके पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यहां आस्था का अद्भुत दृश्य देखने को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि प्रयागराज में भक्तों की भीड़ लगी हुई है. हमारे भक्त हमें बहुत सम्मान देते हैं. ऊपर वाला उन्हें ढेर सारी खुशियां दे. आप सभी अच्छे से दर्शन करें और भगवान सभी भक्तों को खुशियां दें.
अखाड़ा से जुड़े एक अन्य सदस्य महामंडलेश्वर डॉ. शिव लक्ष्मी ने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय किन्नर अखाड़ा ने जूनागढ़ अखाड़ा के साथ मिलकर शाही स्नान किया. यह बहुत ही भव्य और दिव्य था. मोदी सरकार और योगी सरकार का धन्यवाद, जिन्होंने इस आयोजन के लिए बेहतरीन व्यवस्था की.
महाकुंभ में भक्ति और अध्यात्म का अद्भुत संगम : पीएम मोदी
मकर संक्रांति के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं ने मंगलवार को आस्था की डुबकी लगाई. महाकुंभ नगर में अमृत स्नान के दौरान समूचा क्षेत्र 'जय श्री राम', 'हर हर गंगे', और 'बम बम भोले' के जयकारे से गूंज उठा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मकर संक्रांति महापर्व पर महाकुंभ में प्रथम अमृत स्नान में शामिल सभी श्रद्धालुओं को बधाई दी.
पीएम ने सोशल मीडिया प्लटेफॉर्म पर महाकुंभ की कुछ तस्वीरें भी शेयर की. पीएम मोदी ने महाकुंभ को भक्ति और अध्यात्म का अद्भुत संगम बताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''महाकुंभ में भक्ति और अध्यात्म का अद्भुत संगम! मकर संक्रांति महापर्व पर महाकुंभ में प्रथम अमृत स्नान में शामिल सभी श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन."
महाकुंभ का अनुभव बहुत ही अद्भुत : स्पेन से आई श्रद्धालु
स्पेन से आईं नोएलिया ने कहा कि कुंभ में आकर मुझे बहुत अच्छा लगा. यहां की सनातन संस्कृति और परंपराएं देखने का अनुभव बहुत ही अद्भुत है. पूरी दुनिया के लोग यहां आकर इस महान अवसर का हिस्सा बन रहे हैं. कुंभ में अमृत स्नान के दौरान जो धार्मिक और सांस्कृतिक वातावरण है, वह बहुत ही खास है.
उन्होंने कहा कि यहां आकर मुझे बहुत खुशी हुई. भारतीय संस्कृति और कुंभ मेला देखकर मैं बहुत प्रभावित हुई हूं. भारतीय संस्कृति और धार्मिकता को इतने बड़े स्तर पर देखना एक बहुत ही शानदार अनुभव है. यहां जो माहौल है, वह बहुत ही प्रेरणादायक है.
'हम धन्य हो गए' : महाकुंभ में पहुंचे विदेशी श्रद्धालु
महाकुंभ में देश से ही नहीं, बल्कि विदेश से भी कई श्रद्धालु आए हैं. यह सभी श्रद्धालु खुद को सौभाग्यशाली बता रहे हैं. उनका कहना है कि वो खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें महाकुंभ में आने का मौका मिला. यहां आकर उन्हें आनंद की अनुभूति प्राप्त हो रही है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है.
इटली से आए डेविड ने बताया कि मुझे यहां आकर आनंद की अनुभूति हो रही है. इसके अलावा, मैं खुद को उर्जावान भी महसूस कर रहा हूं. यह मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर एक अच्छा अनुभव है. हालांकि, मुझसे पहले भी कई लोग अपने अनुभव साझा कर रहे हैं. सभी के अनुभवों में एक समान बात यह देखने को मिल रही है कि उन्हें यहां आकर दिव्य अनुभूति प्राप्त हो रही है, जो कि अपने आप में हर्ष का विषय है.
श्रद्धालुओं ने संगम घाट पर तिल, खिचड़ी आदि से की ईष्ट देव की पूजा
स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने घाट पर ही अपने ईष्ट देव की पूजा-अर्चना की. इस पूजन में तिल, खिचड़ी और अन्य पूजन सामग्रियों का उपयोग किया गया. श्रद्धालुओं ने तिल और खिचड़ी का दान कर धर्म लाभ प्राप्त किया. दान-पुण्य के इस क्रम ने पर्व को और पवित्र बना दिया.
मकर संक्रांति के इस पावन दिन संगम के घाटों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. आस्था और उल्लास का ऐसा नजारा था, जिसने हर किसी के मन को भावविभोर कर दिया. स्नान के दौरान हर कोई अपने जीवन को पवित्र और सुखमय बनाने की प्रार्थना करता दिखा.
अमृत स्नान को लेकर श्रद्धालुओं पर हुई पुष्पवर्षा, लगे जयकारे
महाकुंभ के पहले अमृत स्नान मकर संक्रांति के दिन मंगलवार को संगम तट पर डुबकी लगाने पहुंचे करोड़ों श्रद्धालुओं पर योगी सरकार ने हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराई. हेलीकॉप्टर से सभी घाटों और अखाड़ों पर स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर फूलों की बारिश की गई. गुलाब की पंखुड़ियों की बारिश देख संगम तट पर मौजूद श्रद्धालुओं ने अभिभूत होकर 'जय श्री राम' और 'हर हर महादेव' के नारे लगाए.
महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं पर स्नान पर्वों के मौके पर पुष्प वर्षा को लेकर योगी सरकार के निर्देश पर उद्यान विभाग ने पिछले काफी समय से तैयारी कर रखी थी. इसके लिए गुलाब की पंखुड़ियों की खास तौर पर व्यवस्था की गई थी. महाकुंभ के सभी स्नान पर्वों पर पुष्प वर्षा कराने की तैयारी की गई है.
महाकुंभ 2025: सरकार बहुत साधुवाद की पात्र-जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य
संगम में डुबकी लगाने के बाद जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा, "मैं बहुत प्रसन्न हूं क्योंकि सभी आचार्यों में सबसे पहला शाही स्नान मेरा हुआ. सरकार की व्यवस्था से मैं बहुत प्रसन्न हूं. इतनी बड़ी भीड़ को सरकार ने नियंत्रित किया. सरकार बहुत साधुवाद की पात्र है.
Mahakumbh 2025: स्नान कर जीवन सफल हो गया- मालिनी अवस्थी
लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने प्रयागराज पहुंचकर महाकुंभ में आस्था की डुबकी. उन्होंने कहा कि अमृत स्नान कर उनको अद्भुत लगा. ऐसा लगा कि वाकई जीवन सफल हो गया. व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं, ठहरने के लिए बहुत अच्छी व्यवस्थाएं हैं, शौचालय और वस्त्र बदलने के लिए बहुत अच्छे बूथ हैं. सुरक्षा और सफ़ाई दोनों ही हैं. उन्होंने सभी से महाकुंभ में ज़रूर आने की अपील की.
Mahakubh 2025: बचाव कार्यों के लिए अंडरवाटर ड्रोन का इस्तेमाल
महाकुंभ में निगरानी और बचाव कार्यों के लिए अंडरवाटर ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह ड्रोन तकनीक अंडरवाटर बचाव कार्यों में माहिर है.
महाकुंभ 2025: संतों के पथ की धूल माथे से लगाई
प्रयागराज महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने संतों के पथ की धूल माथे पर लगाकर उनका श्रद्धापूर्वक सम्मान किया.
महाकुंभ 2025:जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य अमृत स्नान के लिए पहुंचे
जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य मकर संक्रांति के मौके पर त्रिवेणी संगम पर अमृत स्नान करने के लिए पहुंचे. इस दौरान उनके साथ अन्य साधु-संतों का जमावड़ा देखा गया.भव्य जुलूस के साथ वह संगम तट पर पहुंचे.
महाकुंभ 2025: अमृत स्नान के लिए आकर बहुत खुशी-किन्नर अखाड़े की आचार्य
किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा, "आज हम लोग संगम तीर्थ पर हैं. महाकुंभ 2025 का पहला अमृत स्नान है और हमें बहुत खुशी है कि हम इस स्नान के भागीदार बन रहे हैं. मकर संक्रांति की सभी को बहुत शुभकामनाएं."
Mahakumbh 2025: दोपहर 12 बजे तक 1 करोड़ 60 लाख श्रद्धालुओं ने किया अमृत स्नान
महाकुंभ में चल रहे अमृत स्नान के लिए आज दोपहर 12 बजे तक 1 करोड़ 60 लाख श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने प्रयागराज पहुंच चुके हैं.
महाकुंभ 2025: ड्रोन कैमरे से लिया गया VIDEO
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के अमृत स्नान की ड्रोन कैमरे से लिया गया वीडियो सामने आया है. त्रिवेणी संगम पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु नजर आ रहे हैं. आस्था के इस महासैलाब का नजारा अद्भुद है.
#WATCH प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: #MahaKumbh2025 और #MakarSankranti के अवसर पर त्रिवेणी संगम पर 'अमृत स्नान' करने के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में एकत्रित हुए।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 14, 2025
(वीडियो ANI के ड्रोन कैमरे से लिया गया है।) pic.twitter.com/hDv1jJgz4t
महाकुंभ: संगम पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़
मकर संक्रांति के अवसर त्रिवेणी संगम पर अमृत स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए हैं. यूपी सरकार के सूचना विभाग के मुताबिक, सुबह 8.30 बजे तक 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई.
Mahakumbh 2025: घाटों पर भारी भीड़, ड्रोन और CCTV से रखी जा रही नजर-UP DGP
उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने कहा, "आज घाटों पर अत्यंत भीड़ है. हमारे सभी अधिकारी और कर्मचारी तैनात हैं. हमारे सभी कंट्रोल रूम के द्वारा लगातार अनुसरण किया जा रहा है. सभी लोग रेड अलर्ट पर हैं. हम लोगों का प्रयास है कि स्नान पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो. पूरे प्रदेश में आज मकर संक्रांति का स्नान अबाधित तरीके से चल रहा है. अखाड़ों के अन्य घाट होते हैं जिसके अलावा सामान्य घाटों पर भीड़ मौजूद है. ड्रोन और CCTV कैमरों का भी भरपूर प्रयोग किया जा रहा है..."
महाकुंभ में 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने किया अमृत स्नान
उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने कहा, "आज 2025 महाकुंभ का प्रथम अमृत स्नान है. जिसमें विभिन्न अखाड़ों को साधु-सन्यासी भी स्नान कर रहे हैं. आज ब्रह्म मुहूर्त से ही अखाड़ों का आना शुरू हो चुका है. अन्य घाटों पर जो स्नान चल रहा है सुबह 7 बजे तक वहां 98 लाख 20 हजार लोगों ने स्नान कर लिया था, ऐसे में अब तक लगभग 1 करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं."
Mahakumbh 2025: स्वामी अवधेशानंद अमृत स्नान के लिए पहुंचे
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान के लिए त्रिवेणी संगम पहुंचे.
महाकुंभ 2025: अब जूना अखाड़ा के अमृत स्नान की बारी
संगम तट पर अमृत स्नान के लिए अब जूना अखाड़ा पहुंचने वाला है. इनके साथ किन्नर अखाड़े भी रहेंगे. जूना अखाड़े के साथ अग्नि अखाड़ा भी स्नान के लिए एक साथ आने वाला है. जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी हैं. वह भी आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं.
महाकुंभ 2025: मंडलेश्वर बालकानंद जी अमृत स्नान के लिए पहुंचे
आनंद अखाड़ा आचार्य मंडलेश्वर बालकानंद जी महाराज मकर संक्रांति के अवसर पर पहले अमृत स्नान के लिए जुलूस के साथ त्रिवेणी संगम पहुंचे.
महाकुंभ 2025: सीएम योगी ने दी पहले अमृत स्नान की बधाई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर महाकुंभ के पहले अमृत स्नान की बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है. आज आस्था के महापर्व 'मकर संक्रांति' के पावन अवसर पर महाकुंभ-2025, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर प्रथम अमृत स्नान कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुओं को बधाई.
Mahakumbh 2025: संगम तट पर भक्ति में सराबोर साधु-संत
महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए पहुंच रहे साधु-संतों की छटा देखते ही बन रही है. तन पर धूमी रमाए ये साधु घोड़ों पर सवार होकर आस्था में सराबोर संगम घाट पर पहुंच रहे हैं. किसी के हाथ में तलवार तो किसी के पास ढोल नजर आ रहा है.
महाकुंभ: सुरेंद्र गिरी जी महाराज अमृत स्नान के लिए पहुंचे
आनंद अखाड़े के सुरेंद्र गिरी जी महाराज संगम में 'अमृत स्नान' के लिए त्रिवेणी घाट पहुंचे.
Mahakumbh 2025: अखाड़ों के साथ पुलिस और अन्य बलों की तैनाती
प्रयागराज में SSP कुंभ मेला राजेश द्विवेदी ने बताया कि सभी अखाड़े अमृत स्नान के लिए आगे बढ़ रहे हैं. स्नान क्षेत्र तक जाने वाले अखाड़ा मार्ग पर जवान तैनात हैं. अखाड़ों के साथ घुड़सवार पुलिस, PAC और अर्धसैनिक बल भी मौजूद हैं.
Mahakumbh 2025: साधु-संतों के साथ ही आम श्रद्धालु कर रहे अमृत स्नान
महाकुंभ में अलग-अलग अखाड़ों के साधु-संत रथों पर सवार होकर स्नान के लिए लगातार संगम तट पर पहुंच रहे हैं. वहीं आम श्रद्धालु भी मकर संक्रांति के मौके पर पहले अमृत स्नान में शामिल हो रहे हैं.
महाकुंभ से बड़ा कुछ नहीं-स्वामी जी महाराज
आनंद अखाड़े के कुमार स्वामी जी महाराज ने कहा कि महाकुंभ से बड़ा कुछ नहीं है. जो लोग यहां आ पाते हैं, वे बहुत भाग्यशाली हैं. जहां भी हम देखते हैं लोग आपस में लड़ रहे हैं. यहां शांति है. यहां मौजूद होने और सबकुछ होते देखने मात्र से ही आनंद और शांति मिलती है. हमारे ऋषि-मुनि और शास्त्र हमेशा से दुनिया में शांति चाहते रहे हैं. मैं अपने महान ऋषियों और धार्मिक ग्रंथों को नमन करता हूं, मैं इस दिन को देने के लिए हमारी धरती और भगवान शिव को नमन करता हूं. सभी को यहां आना चाहिए.
महाकुंभ 2025: इस घाट पर आम श्रद्धालुओं का अमृत स्नान
हाकुंभ में आज अमृत स्नान चल रहा है. प्रयागराज में कुछ घाट अखाड़ों के साधु-संतों के लिए निर्धारित हैं तो वहीं यमुना की तरफ अन्य घाट आम श्रद्धालुओं के स्नान के लिए निर्धारित किए गए हैं.
महाकुंभ 2025: संगम का नजारा दिव्य, भव्य और अलौकिक
महाकुंभ के अमृतस्नान के मौके पर संगम तट का नजारा बहुत ही दिव्य, भव्य और अलौकिक है. वहां साधु-संतों की भारी भीड़ देखी जा रही है. वह हाथों में सनातनी ध्वज उठाए संगम तट पर पहुंचे.
घोड़ों पर सवार होकर अमृत स्नान के लिए पहुंचे नागा साधु
मकर संक्रांति के मौके पर पहले अमृत स्नान के लिए अखाड़ों के नागा साधुओं ने भव्य जुलूस निकाला. वह घोड़ों पर सवार होकर अमृत स्नान के लिए संगम तट पर पहुंचे.
महाकुंभ 2025: इन अखाड़ों ने किया अमृत स्नान
प्रयागराज के संगम तट पर महाकुंभ के पहले अमृत स्नान में श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा ने पहला स्नान किया.
Mahakumbh 2025: अमृत स्नान के लिए देवता भी तरसते हैं-स्वामी कैलाशानंद गिरि
आचार्य महामण्डलेश्वर, श्रीपंचायती निरंजनी अखाड़ा स्वामी कैलाशानंद गिरि ने बताया कि राजसी शाही स्नान देव दुर्लभ है, देवताओं को भी दुर्लभ है. आज सूर्य उत्तरायण होंगे इस तिथि की प्रतीक्षा देश के सभी संत करते हैं. भारतीय परंपरा में इस स्नान को लेकर बड़ा कौतूहल रहता है. इस स्नान को देखने के लिए देवता भी तरसते हैं. आज लगभग 3-4 करोड़ लोग पवित्र स्नान करेंगे.
Mahakumbh Amrit Snan: अखाड़ों के अमृत स्नान के लिए 40 मिनट का समय
अखाड़ों के अमृत स्नान के लिए 40 मिनट का समय निर्धारित किया गया है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी के मुताबिक, 40 मिनट में सभी अखाड़े एक-एक करके पवित्र स्नान करेंगे.
Mahakumbh 2025: अमृत स्नान के मौके पर अखाड़ों का जुलूस
महाकुंभ 2025 के पहले अमृत स्नान के मौके पर संगम पर नजारा भव्य है. अखाड़ों के साधु-संत जुलूस निकालकर संगम घाट पहुंचे. सनातन धर्म के 13 अखाड़ों के साधु आज त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाएंगे.
Mahakumbh Amri Snan: आध्यात्मिक शक्ति को महसूस करने आया हूं- जर्मन नागरिक
महाकुंभ में शामिल होने पहुंचे जर्मन नागरिक थॉमस ने कहा "मैं महाकुंभ मेले में शामिल होने आया हूं. अभी मैंने डुबकी नहीं लगाई है पर डुबकी लगाऊंगा. मुझे लगता है कि पानी ठंडा होगा लेकिन मैं कर लूंगा. मेले का आयोजन बहुत अच्छे से किया गया है और मेला बहुत बड़ा है. मैं यहां आध्यात्मिक शक्ति को महसूस करने और भारतीय लोगों से मिलने आया हूं."
महाकुंभ 2025: अमृत स्नान की तिथियां
पहला स्नान- 14 जनवरी, मकर संक्रांति
दूसरा स्नान- 29 जनवरी, मौनी अमावस्या
तीसरा स्नान- 3 फरवरी, बसंत पंचमी
Mahakumbh Amri Snan: 13 अखाड़ों के साधु लगाएंगे डुबकी
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के पहले अमृत स्नान के शुभ अवसर पर आज 13 अखाड़ों के साधु त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाएंगे.
महाकुंभ 2025: अखाड़ों का अमृत स्नान शुरू
मकर संक्रांति के मौके पर प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का नजारा कुछ अलग ही है. आज अमृत स्नान है, जो कि अखाड़ों के साधु-संतों की डुबकी के साथ शुरू हो रहा है. विभिन्न अखाड़ों के साधु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं.