मध्य प्रदेश के दंगा प्रभावित खरगोन में शनिवार को सुबह शाम दो-दो घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई. कर्फ्यू लागू होने के कारण हनुमान जयंती पर यहां भगवान हनुमान के मंदिर बंद रहे. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले सप्ताह सांप्रदायिक हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त हुए कुछ घरों के निर्माण और मरम्मत में सरकार की मदद का आश्वासन दिया है. अधिकारियों ने कहा कि 10 अप्रैल को रामनवमी पर हिंसा के बाद लगाए गए कर्फ्यू में लगातार तीसरे दिन पूरे खरगोन शहर में सुबह-शाम दो बार दो-दो घंटे की ढील दी गई.
रामनवमी पर 10 अप्रैल को जुलूस पर पथराव और उसके बाद आगजनी की घटनाओं के कारण रामनवमी का उत्सव फीका हो गया. पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में अब तक 148 लोगों को गिरफ्तार किया है. चौहान ने भोपाल में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ खरगोन अब शांतिपूर्ण है.'' उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खरगोन में दंगाइयों द्वारा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए दस घरों के निर्माण में पूरा सहयोग देगी. उन्होंने कहा कि सरकार वहां आंशिक रुप से क्षतिग्रस्त 70 घरों की मरम्मत में भी मदद करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों का मुफ्त इलाज किया जा रहा है और यह देखा जाएगा कि उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो. चौहान ने कहा, ‘‘अपनी आजीविका खो चुके लोगों को भी राज्य सरकार अपने व्यवसायों को फिर से शुरु करने के लिए सहायता प्रदान करेगी. ऐसे लोगों की सूची बनाई जा रही है. अब तक ऐसे 16 लोगों की पहचान की जा चुकी है.''उन्होंने कहा कि नुकसान की भरपाई दंगाइंयों से की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘संकट के समय सरकार लोगों की मदद करेगी. सरकार उनके साथ है.''
शनिवार को जैसे ही कर्फ्यू में ढील दी गई, खरगोन के लोगों ने तेजी से खरीदारी की. प्रशासन ने कर्फ्यू में ढील की अवधि के दौरान केवल दूध, सब्जी, दवा और किराना की दुकानों को ही खुले रहने की अनुमति दी. 40 वर्षीय दिनेश पटेल ने कहा कि हालांकि खरगोन शहर में डाकघर चौक और अन्य स्थानों पर स्थित हनुमान मंदिर बंद रहा, लेकिन उन्होंने बंद गेट के बीच थोड़ी खुली जगह से भगवान के दर्शन किए. उन्होंने कहा , ‘‘मैंने भगवान हनुमान से खरगोन में स्थायी शांति और सद्भाव के लिए प्रार्थना की है.''कलेक्टर अनुग्रह पी और पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में और शांतिपूर्ण है.