20 जनवरी से शुरू हो रहे दावोस विश्व आर्थिक मंच में भारत कई कारणों से केंद्र बिंदू में रहेगा. इसके बारे में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक नीतियों में वैश्विक स्तर पर काफी रुचि है, जो दावोस में विश्व आर्थिक मंच में चर्चा का केंद्र बिंदु होगी. बता दें कि सोमवार से शुरू हो रही वार्षिक विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे वैष्णव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भारत के विकास की कहानी, विशेष रूप से डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और नई डिजिटल आर्किटेक्ट को लेकर काफी रुचि है.
उन्होंने कहा, "दावोस में विश्व आर्थिक मंच में हमारी विचार प्रक्रिया, प्रधानमंत्री की आर्थिक नीति, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, भारत ने डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत जिस तरह से नई डिजिटल आर्किटेक्चर बनाया है और जिस तरह से प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण किया गया है."
वैष्णव के अलावा केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल, के राम मोहन नायडू, चिराग पासवान और जयंत चौधरी के 20 से 24 जनवरी तक WEF में भाग लेने की उम्मीद है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और आंध्र प्रदेश के उनके समकक्ष चंद्रबाबू नायडू भी WEF की बैठक में शामिल होंगे.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सोमवार को पदभार ग्रहण करने के बाद वीडियो लिंक के माध्यम से बैठक में शामिल होने की उम्मीद है.