लोकसभा चुनाव : सोशल मीडिया मंचों पर 'फेक न्यूज' और 'हेट स्पीच' को लेकर पुलिस रख रही निगाह

जिलों से प्रतिदिन सोशल मीडिया मंच एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं यूट्यूब और कू आदि पर 'फेक न्यूज और हेट स्पीच' की सूचनाएं, प्रसारित कंटेंट के लिंक सहित निर्धारित फॉर्मेट में एससीआरबी को भेजने के भी निर्देश दिए गए हैं.

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राजस्थान के सभी जिलों में सोशल मीडिया पर फेक न्यूज और हेट स्पीच के मामलों की निगरानी की जा रही है.
जयपुर:

लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजस्थान में पुलिस की विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर भी निगाह है और मुख्यालय के स्तर से 'फेक न्यूज' एवं 'हेट स्पीच' के लिए इन मंचों पर विशेष निगरानी की जा रही है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य के किसी भी जिले में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 'फेक न्यूज एवं हेट स्पीच' के प्रकरण सामने आने पर उनको हटाने के लिए राजस्थान पुलिस के स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एससीआरबी) के महानिरीक्षक द्वारा 'टेक डाऊन नोटिस' की कार्रवाई की जाएगी.

राज्य में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 एवं सूचना प्रौद्योगिकी (इंटरमीडियरी दिशा निर्देश एवं डीजिटल मीडिया एथिक्स कोड) नियम, 2021 के तहत कानून या किसी भी अधिनियम का उल्लंघन करने वाले को 'टेक डाउन नोटिस' जारी करने के लिए राजस्थान पुलिस के महानिरीक्षक, एससीआरबी प्राधिकृत अधिकारी है

राज्य में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 एवं सूचना प्रौद्योगिकी (इंटरमीडियरी दिशा निर्देश एवं डीजिटल मीडिया एथिक्स कोड) नियम, 2021 के तहत कानून या किसी भी अधिनियम का उल्लंघन करने वाले को 'टेक डाउन नोटिस' जारी करने के लिए राजस्थान पुलिस के महानिरीक्षक, एससीआरबी प्राधिकृत अधिकारी है.

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पुलिस महानिरीक्षक (एससीआरबी) शरत कविराज ने एक बयान में बताया कि ब्यूरो की ओर से राज्य के सभी जिलों के जिला पुलिस अधीक्षकों तथा जयपुर और जोधपुर के पुलिस उपायुक्तों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे जिला सोशल मीडिया नोडल अधिकारियों एवं जिला निगरानी प्रकोष्ठ के बीच समन्वय रखते हुए 'फेक न्यूज और हेट स्पीच' के प्रकरणों पर कड़ी निगरानी रखें, और ऐसे मामले प्रकाश में आने पर संबंधित पोस्ट को हटाने के लिए त्वरित कार्रवाई करें.

एक सरकारी बयान के अनुसार सभी जिलों में पुलिस तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के अधिकारियों के नेटवर्क के साथ समन्वय करते हुए सोशल मीडिया पर फेक न्यूज और हेट स्पीच के मामलों की निगरानी की जा रही है.

इसके अलावा जिलों से प्रतिदिन सोशल मीडिया मंच एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं यूट्यूब और कू आदि पर 'फेक न्यूज और हेट स्पीच' की सूचनाएं, प्रसारित कंटेंट के लिंक सहित निर्धारित फॉर्मेट में एससीआरबी को भेजने के भी निर्देश दिए गए हैं.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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