लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) को लेकर बीजेपी जोर-शोर से तैयारियों में जुटी है. बीजेपी पर अक्सर चुनाव के दौरान विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ CBI-ED का दुरुपयोग करने के आरोप लगते रहे हैं. कांग्रेस कई बार सवाल उठाती है कि अगर बीजेपी को EVM पर भरोसा है, तो ED पर उसकी इतनी निर्भरता क्यों है. अब महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और मौजूदा डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने इसका जवाब दिया है. फडणवीस ने कांग्रेस (Congress) को ही कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने कहा, "बीजेपी को ED की कोई जरूरत नहीं है. हम काम के भरोसे राजनीति करते हैं."
NDTV के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "ED आज थोड़ी बनी है... ED को अधिकार देने वाले खुद कांग्रेस के बड़े नेता थे. यूपीए की सरकार में ये कानून बना था. देश में कानून है, कोर्ट है और सिस्टम है. अगर कोई एजेंसी गलत काम करेगी, तो देश और कोर्ट उसे छोड़ेगा नहीं."
कांग्रेस ने लगाया है ये आरोप
कांग्रेस ने गुरुवार को आरोप लगाया कि बीजेपी ने 45 कंपनियों पर छापे के बाद चुनावी बॉन्ड के जरिए 400 करोड़ रुपये जुटाने के लिए ED और CBI जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया है. कांग्रेस ने केंद्र के फाइनेंस पर एक व्हाइट पेपर लाने की मांग की है.
शरद पवार भी लगा चुके हैं ऐसे आरोप
वहीं, शरद पवार (Sharad Pawar) ने भी आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार विपक्षी नेताओं में डर पैदा करने के लिए ED का दुरुपयोग कर रही है. पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने 2005 और 2023 के बीच ED की कार्रवाइयों के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि इसने 5 806 मामले दर्ज किए. उनमें से केवल 25 का निपटारा किया गया है.
अरविंद केजरीवाल भी कई बार दे चुके ऐसे बयान
वहीं, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल कई मौकों पर बीजेपी पर ऐसे आरोप लगा चुके हैं. शराब नीति केस में आम आदमी पार्टी के नंबर 2 और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को पहले CBI और बाद में ED ने गिरफ्तार किया. संजय सिंह भी जेल में हैं. केजरीवाल को भी इस मामले में ED से 8 बार समन मिल चुका है. केजरीवाल कहते आए हैं कि बीजेपी विपक्षी पार्टियों को कमजोर करने और उन्हें तोड़ने के लिए जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करती है.