मांड्या लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र दक्षिणी भारत के कर्नाटक राज्य के 28 लोकसभा (संसदीय) निर्वाचन क्षेत्रों में एक है. यह निर्वाचन क्षेत्र पूरे मांड्या जिले और मैसुरु जिले के कुछ हिस्से को कवर करता है. मांड्या लोकसभा सीट वोक्कालिगा समुदाय का केंद्र माना जाता है. कर्नाटक में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के मद्देनजर बीजेपी ने जेडीएस (BJP-JDS Alliance) के साथ गठबंधन किया है. सीट शेयरिंग के बाद मांड्या सीट जेडीएस के कोटे में चली गई है. इस सीट पर फिलहाल बीजेपी की सुमालता अंबरीश सांसद हैं.
2019 के लोकसभा चुनाव में मांड्या संसदीय क्षेत्र से सुमालता अंबरीश निर्दलीय चुनाव लड़ी थीं. उन्होंने एचडी कुमारस्वामी के बेट निखिल कुमारस्वामी को करारी शिकस्त दी थी. बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी. 2014 के लोकसभा चुनाव में मांड्य सीट से जेडीएस के सी. एस. पुट्टाराजू ने चुनाव जीता था, लेकिन उन्होंने विधासभा चुनाव जीतने के बाद 2018 में यह सीट छोड़ दी थी.
मांड्या पहले मैसूर जिले का हिस्सा था. मांड्या जिले में कुल आठ विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें मालवल्ली, मद्दुर, मेलकोट, मंड्या, श्रीरंगपट्टन, नागमंगला, कृष्णराजपेट और कृष्णराजनगर शामिल है. 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी मांड्या की सभी सटों पर हार गई थी.
मांड्या को प्रभावशाली वोक्कालिगा समुदाय का केंद्र माना जाता है. जेडीएस को इस क्षेत्र से अपनी मूल ताकत मिलती है. हालांकि, सुमालता अंबरीश अपने ही मैदान पर जेडीएस को हराकर विजयी होने में सफल रही थीं. वोक्कालिगा समुदाय को उनके पति, दिवंगत कन्नड़ सुपरस्टार अंबरीश के प्रति विशेष स्नेह है.