तमिलनाडु में सीटों के लिहाज से लोकसभा चुनाव का परिणाम भले ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदों के मुताबिक ना दिख रहा हो लेकिन अगर बात मिले वोट प्रतिशत की करें तो इसने बीजेपी में एक नई ऊर्जा का संचार जरूर किया है. 2019 में हुए लोकसभा चनाव में बीजेपी को तमिलनाडु में 3.6 फीसदी वोट शेयर मिला था. लेकिन इस चुनाव में बीजेपी को वोट प्रतिशत बढ़कर 11.24 फीसदी हो गया है. कहा जा रहा है कि वोट प्रतिशत में आए ये बड़ा उछाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई की मेहनत का ही नतीजा है.
इस चुनाव की अगर बात करें तो तमिलनाडु में एडीएमके को 20.46 फीसदी वोट मिले हैं. भारतीय जनता पार्टी को 11.24 फीसदी, बीएसपी को 0.31 फीसदी, सीपीआई को 2.15 फीसदी, सीपीआई एम 2.52 फीसदी, डीएमडीके को 2.59 फीसदी, डीएमके को 26.93 फीसदी, कांग्रेस को 10.67 फीसदी, आईयूएमएल को 1.17 फीसदी, नोटा को 1.06 फीसदी और अन्य को 20.89 फीसदी वोट मिले हैं.
गलत साबित हुई 'चाणक्य' की भविष्यवाणी?
तमिलनाडु में बीजेपी के 'चाणक्य' का तिलस्म फेल जरूर हो गया है. स्थिति कुछ ऐसी है कि अन्नामलाई तो अपनी सीट कोयंबटूर तक नहीं बचा पाए हैं. उन्हें डीएमके के उम्मीदवार ने बड़े अंतर से हराया है . आपको बता दें कि चुनाव परिणाम से पहले ज्यादातर एग्जिट पोल्स में बीजेपी को तमिलनाडु में 1-3 सीटें मिलने का अनुमान जताया था. लेकिन 'चाणक्य' ने बीजेपी के लिए करिश्माई सीटों का ऐलान किया था. अन्नामलाई ने कहा था कि बीजेपी को दक्षिणी राज्य में 10 सीटें मिलने जा रही हैं.