मध्य प्रदेश के इंदौर से आ रहे रुझान चौंकाने वाले हैं. कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के नामांकन वापस लेने के बाद कांग्रेस ने यहां नोटा का प्रयोग करने की अपील की थी, जिसके लिए कांग्रेस ने एक मुहिम भी छेड़ रखी थी. आज सामने आ रहे रुझानों से अनुमान लगाया जा रहा है कि इंदौर में नोटा एक बड़ा रिकॉर्ड बना सकता है. अब तक हुई गिनती में NOTA को दो लाख 16 हजार 674 वोट मिले हैं. वहीं बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी को अबतक 12 लाख 26 हजार से अधिक वोट हासिल किए हैं.
कांग्रेस ने चलाया था NOTA के लिए चलाया था अभियान
इंदौर में नोटा मुहिम छेड़ने के बाद कांग्रेस ने कांग्रेस (Congress) का दावा था कि इंदौर (Indore) में "नोटा'' (Nota) कम से कम दो लाख वोट हासिल करके नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम करेगा. बता दें कि इंदौर में 13 मई को हुए मतदान में कुल 25.27 लाख मतदाताओं में से 61.75 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला था. वैसे तो इस सीट पर कुल 14 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा, लेकिन राजनीति के स्थानीय समीकरणों के कारण मुख्य मुकाबला इंदौर के वर्तमान सांसद और मौजूदा बीजेपी उम्मीदवार शंकर लालवानी और कांग्रेस समर्थित "नोटा'' के बीच है.
NOTA के नाम है ये रिकॉर्ड
नोटा के नाम अब तक 51,660 वोट मिलने का रिकॉर्ड है. बता दें कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 'नोटा' को बिहार की गोपालगंज सीट पर सर्वाधिक वोट मिले थे. तब इस क्षेत्र के 51,660 मतदाताओं ने 'नोटा' का विकल्प चुना था और 'नोटा' को कुल मतों में से करीब पांच प्रतिशत वोट मिले थे.