Covid-19 Pandemic: देश इस समय कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है. कोरोना के नए मामलों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है और इसका दबाव स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़ा है. हालत यह है कि बड़े शहरों के ज्यादातर प्रमुख अस्पताल ऑक्सीजन और बेड की कमी का सामना कर रहे हैं. ऑक्सीजन की कमी के कारण कई जगहों पर तो मरीजों की मौत होने की खबरें भी सामने आई हैं. केंद्र और राज्य सरकार के स्तर पर अस्पतालों को ऑक्सीजन की निर्वाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन के जरिये भी ऑक्सीजन पहुंचाने का काम किया जा रहा है. 'कोरोना इमरजेंसी' के चलते यह सुनिश्चित किया गया है कि लिक्विड ऑक्सीजन (Liquid Oxygen) का चिकित्सा के अलावा कहीं और इस्तेमाल नहीं हो सकता है. किसी उद्योग को इसके इस्तेमाल की छूट नहीं दी जाएगी. पहले केंद्र सरकार ने सिर्फ 9 उद्योगों को छोड़कर सभी मेडिकल ऑक्सीजन के इस्तेमाल पर रोक लगाई थी, लेकिन हालात के चलते रविवार को यह छूट पूरी तरह खत्म कर दी गई है. इस बीच, सोमवार को कई स्थानों पर ऑक्सीजन की खेप पहुंची.
सिंगापुर से 250 ऑक्सीजन concentrators और अन्य मेडिकल सामान लेकर एयर इंडिया की फ्लाइट रविवार रात मुंबई पहुंची है. इसी तरह अमेरिका से भी करीब 318 ऑक्सीजन Concentrators जल्द ही भारत पहुंचने की संभावना है. भारतीय रेलवे की ऑक्सीजन एक्सप्रेस झारखंड के बोकारो शहर से ऑक्सीलन सिलेंडर लेकर लखनऊ पहुंची. गौरतलब है कि यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना के काफी मामले सामने आए हैं और बड़ी संख्या में लोगों की जान संक्रमण के कारण गई है.राजस्थान के जोधपुर शहर में भी दो ऑक्सीजन के टैंकर सप्लाई लेकर पहुंचे हैं. डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रमुख ने बताया, ''जिला प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है. हमारे पास जामनगर से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. किसी भी तरह के डर की आवश्यकता नहीं है.'' (एएनआई से भी इनपुट)