पैंगोंग पर चीन का पुल "अवैध कब्जा" है, बोली सरकार

चीन सीमा विवाद मामले में केंद्र सरकार ने शुक्रवार को संसद में बयान देते हुए कहा है कि दोनों पक्षों को कड़ाई से वास्‍तविक नियंत्रण रेखा (LAC)का सम्‍मान और पालन करना चाहिए.

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नई दिल्‍ली:

चीन सीमा विवाद मामले में केंद्र सरकार ने शुक्रवार को संसद में बयान देते हुए कहा है कि दोनों पक्षों को कड़ाई से वास्‍तविक नियंत्रण रेखा (LAC) का सम्‍मान और पालन करना चाहिए. सरकार ने शुक्रवार को संसद में कहा कि उसने चीन के नए पुल पर ध्‍यान दिया है. पूर्वी लद्दाख में पैगोंग लेक पर बना चीनी ब्रिज अवैध क्षेत्र में बनाया जा रहा है और हम दूसरे देशों से भी भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्‍मान करने की अपेक्षा करते हैं. 

यह पुल (Bridge) 8 मीटर चौड़ा है. यह पुल पैंगोंग के उत्तरी तट पर चीनी सेना के फील्ड बेस के ठीक दक्षिण में स्थित है, जहां साल 2020 में भारत और चीन के बीच गतिरोध के दौरान चीनी सेना के अस्पताल और सैनिकों की रहने की व्यवस्था की गई थी.गौरतलब है कि इस पुल की लंबाई अब 400 मीटर से ज्यादा हो गई है. पुल का निर्माण पूरा होने पर चीन को उस क्षेत्र में अहम सैन्य बढ़त हासिल हो जाएगी, जो पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच एक महत्वपूर्ण बिंदु रहा है.