वाम मोर्चा ‘इंडिया’ गठबंधन के एजेंडे को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा, यह स्वीकार्य नहीं : ममता बनर्जी 

ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘मैंने विपक्षी दलों की बैठक में गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखने का सुझाव दिया था; लेकिन जब भी मैं बैठक में शामिल होती हूं तो देखती हूं कि वाम दल इसे नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं."

विज्ञापन
Read Time: 25 mins
ममता बनर्जी ने कहा कि मैं उन लोगों से सहमत नहीं हो सकती जिनके खिलाफ मैंने 34 साल संघर्ष किया. (फाइल)
कोलकाता:

आगामी लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Election) में भाजपा का मुकाबला करने के लिए गठित ‘इंडिया' गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान के बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने सोमवार को कहा कि वाम दल विपक्षी गठबंधन के एजेंडे पर नियंत्रण स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी तरह भाजपा को सीधी टक्कर कोई नहीं दे रहा है. कोलकाता में आयोजित सर्व-धर्म रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी नेता ने ‘ इंडिया' गठबंधन की बैठक के एजेंडे को नियंत्रित करने की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत मोर्चे की कोशिश को स्वीकार करने के प्रति अनिच्छा जताई.

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने विपक्षी दलों की बैठक में गठबंधन का नाम ‘इंडिया' रखने का सुझाव दिया था; लेकिन जब भी मैं बैठक में शामिल होती हूं तो देखती हूं कि वाम दल इसे नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं. यह स्वीकार्य नही है. मैं उन लोगों से सहमत नहीं हो सकती जिनके खिलाफ मैंने 34 साल तक संघर्ष किया.''

बनर्जी ने टिप्पणी की, ‘‘इस तरह के अपमान के बावजूद, मैंने समझौता किया और ‘इंडिया' गठबंधन की बैठकों में हिस्सा लिया.''

Advertisement

मंदिर जाना ही पर्याप्‍त नहीं : ममता बनर्जी 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को असम में वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान पर जाने से रोके जाने का संभवत: संदर्भ देते हुए बनर्जी ने टिप्पणी की, ‘‘केवल मंदिर जाना ही पर्याप्त नहीं है.''

Advertisement

उन्होंने भाजपा के खिलाफ अपने सक्रिय व मुखर रुख को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘आज कितने नेताओं ने भाजपा से सीधे तौर पर मुकाबला किया? कोई व्यक्ति एक मंदिर में गया और सोचा कि यह पर्याप्त है, लेकिन ऐसा नहीं है. मैं एकमात्र व्यक्ति हूं जो मंदिर, गुरुद्वारा, चर्च और मस्जिद गई. मैं लंबे समय से लड़ रही हूं. जब बाबरी मस्जिद का ढांचा ढहाया गया और हिंसा हो रही थी, तब भी मैं सड़कों पर थी.''

Advertisement

राम मंदिर प्राण प्रतिष्‍ठा के दिन निकाली रैली 

बनर्जी की यह टिप्पणी उस वक्त आई जब वह धार्मिक सद्भाव की एक प्रतीकात्मक यात्रा निकाल रही थीं और उन्होंने एक सर्व-धर्म रैली का नेतृत्व किया. इस दौरान उन्होंने मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे जैसे विभिन्न उपासना स्थलों का दौरा किया. यह रैली अयोध्या में नव निर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन आयोजित की गई.

Advertisement

माकपा नीत वाम मोर्चा, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सामूहिक रूप से 28-पार्टियों के ‘इंडिया' गठबंधन का हिस्सा है. हालांकि, पश्चिम बंगाल में माकपा और कांग्रेस ने तृणमूल एवं भाजपा के खिलाफ गठबंधन किया है.

'अगर आप भाजपा से नहीं लड़ना चाहते...' 

कांग्रेस का स्पष्ट रूप से उल्लेख किए बिना ममता बनर्जी ने राज्य में सीट-बंटवारे को लेकर बातचीत में देरी के लिए उसकी आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास भाजपा से मुकाबला करने और उनके खिलाफ लड़ने की ताकत और जनाधार है. लेकिन कुछ लोग सीट बंटवारे को लेकर हमारी बात नहीं सुनना चाहते. अगर आप भाजपा से नहीं लड़ना चाहते तो कम से कम उन्हें सीट तो मत दीजिए.''

ये भी पढ़ें :

* बंगाल CM ममता बनर्जी ने सर्वधर्म रैली के दौरान विभिन्न धर्मों के उपासना स्थलों पर प्रार्थना की
* सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला करेंगी CM ममता, असंगत सौदेबाजी नहीं कर सकती कांग्रेस: TMC
* उचित महत्व नहीं मिला तो TMC बंगाल में सभी लोकसभा सीटों पर लड़ने के लिए तैयार: ममता बनर्जी

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
RSS Chief Mohan Bhagwat और BJP के अलग-अलग बयानों की पीछे की Politics क्या है?
Topics mentioned in this article