पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में गुरुवार को BJP की पिंगला क्षेत्र में हुई रैली के दौरान एक अनोखा नजारा देखने को मिला. पूर्वी मिदनापुर में हुई रैली के दौरान टीएमसी नेता सुशांत पाल बीजेपी में शामिल हुए और उन्होंने मंच पर ही कई बार कान पकड़कर उठा-बैठक लगाई. पाल को तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) से काफी पहले ही पाला बदल चुके सुवेंदु अधिकारी का वफादार माना जाता रहा है.
पाल ने उठा-बैठक लगाते हुए कहा कि यह अत्याचार करने वाली तृणमूल कांग्रेस में रहने के कारण उनके पापों के लिए सजा की तरह है. पिंगला इलाके में हुई रैली के दौरान जैसे ही सुशांत पाल को BJP का झंडा दिया गया तो वह उठा-बैठक लगाने लगे. पाल को ऐसा करते देख कई नेता उनकी हंसी न रोक सके. पाल ने कहा कि उन्हें टीएमसी के शीर्ष नेतृत्व के जनता विरोधी कई आदेशों का भी पालन करना पड़ा, जिसको लेकर उन्हें खेद है.
पाल टीएमसी में खड़गपुर नंबर 2 ब्लॉक के उपाध्यक्ष रहे हैं. पाल ने आऱोप लगाया कि टीएमसी ने 2018 के पंचायत चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से आयोजित नहीं होने दिया. पाल ने कहा कि वह बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, क्योंकि टीएमसी में वह इन मुद्दों को लेकर विरोध करना चाहते थे, लेकिन उनकी आवाज को दबा दिया गया. पाल के उठा बैठक लगाने के दौरान तमाम बीजेपी कार्यकर्ता जय श्री राम का नारा लगाते रहे,वहीं बहुत से लोग उनकी इस हरकत में हैरान रह गए.
टीएमसी नेता अजित मैती ने कहा कि पाल को चार साल पहले ही सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था. अब वह बीजेपी में जाने के बाद ड्रामेबाजी कर रहे हैं. उन्होंने ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा.
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