लश्कर के टॉप कमांडर को मारने वाले ऑपरेशन में बिस्कुटों की रही अहम भूमिका, जानिए पूरी स्टोरी

Lashkar's Top Commander Usman Encounter: शनिवार को हाल के दिनों में सबसे बड़ा एनकाउंटर सुरक्षा बलों ने किया. इस एनकाउंटर की एक-एक डिटेल यहां जानिए...

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Lashkar's Top Commander Usman Encounter: उस्मान को मारने से पहले सुरक्षा बलों ने पूरी योजना बनाई थी.

Lashkar's Top Commander Usman Encounter: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों (Indian Forces) ने लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के टॉप कमांडर उस्मान (Usman) को शनिवार को ढेर कर दिया. उसे ठिकाने लगाने में रणनीतिक योजना के साथ ही बिस्कुटों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही.सीनियर अधिकारियों ने पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर उस्मान के खिलाफ अभियान के दौरान आवारा कुत्तों की तरफ से उत्पन्न चुनौती को कम करने में बिस्कुटों के महत्व का खुलासा किया है.

उस्मान शनिवार को श्रीनगर के घनी आबादी वाले खानयार इलाके में दिन भर चली मुठभेड़ में मारा गया. यह दो साल से अधिक समय से जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में पहली महत्वपूर्ण मुठभेड़ थी.स्थानीय पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संयुक्त प्रयासों से आतंकवाद रोधी यह अभियान सफल रहा.

अधिकारियों ने बताया कि घाटी के इलाके से अच्छी तरह वाकिफ उस्मान 2000 के दशक की शुरुआत में आतंकी गतिविधियों में शामिल हुआ और उसके बाद से ही कई हमलों को अंजाम देने के लिए कुख्यात था. पाकिस्तान में कुछ समय बिताने के बाद उसने 2016-17 के आसपास वापस इस क्षेत्र में घुसपैठ की. वह पिछले साल पुलिस उपनिरीक्षक मसरूर वानी की गोली मारकर हत्या किए जाने की घटना में भी शामिल था.

ऐसे हुई प्लानिंग 

जब खुफिया एजेंसियों को उस्मान की उपस्थिति का संकेत मिला तो बिना किसी क्षति के अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए नौ घंटे की सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई.अभियान के दौरान एक महत्वपूर्ण चिंता आवारा कुत्तों की उपस्थिति थी, जिनके भौंकने से आतंकवादी संभावित रूप से सतर्क हो सकता था.इसका मुकाबला करने के लिए सुरक्षा बलों को बिस्कुट दिए गए. जब ये टीम अपने लक्ष्य की ओर बढ़ीं तो उन्होंने आवारा कुत्तों को शांत करने के लिए उन्हें बिस्कुट खिलाए.

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पहले ही घेर लिया था

सुरक्षाकर्मियों की पूरी तैनाती फज्र की नमाज (भोर की नमाज) से पहले कर दी गई और 30 घरों के इर्द-गिर्द घेरा डाल दिया गया.इस दौरान एके-47, एक पिस्तौल और कई ग्रेनेड से लैस उस्मान ने सुरक्षाबलों पर भीषण गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी.मुठभेड़ के दौरान कुछ ग्रेनेड फटने से मकान में आग लग गई जिस पर सुरक्षाबलों ने तुरंत काबू पा लिया, ताकि यह आसपास के मकानों में न फैले. कई घंटे तक चली भीषण मुठभेड़ में उस्मान को ढेर कर दिया गया। मुठभेड़ में चार सुरक्षाकर्मी घायल हो गए जिनकी हालत स्थिर बताई जाती है.

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बहुत ज्यादा है महत्व

इस अभियान के साथ सुरक्षाबलों को विशेष रूप से लश्कर-ए-तैयबा की शाखा ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट' के खिलाफ एक बड़ी सफलता मिली है, जो गैर-स्थानीय मजदूरों और सुरक्षाकर्मियों पर हमले करने में शामिल रहा है. सफल अभियान इस बात को रेखांकित करता है कि अधिकारी अपने अभियान की सफलता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए अद्वितीय तथा अपरंपरागत समाधान खोजने सहित किस हद तक जा सकते हैं.यह मुठभेड़ न केवल जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद रोधी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण क्षण है, बल्कि क्षेत्र में शांति बनाए रखने में सुरक्षाबलों के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी प्रकाश डालती है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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