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- दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर 2025 को हुंडई आई-20 कार में ब्लास्ट से बारह लोगों की मौत हुई.
- विस्फोटक घटना में शामिल उमर मोहम्मद का संबंध अल फलाह यूनिवर्सिटी से था, जहां वह डॉक्टर के रूप में कार्यरत था.
- नौगाम पुलिस स्टेशन में 14 नवंबर की रात विस्फोट हुआ जिसमें नौ लोग मारे गए और कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे.
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हमें बताएं।- दिल्ली कार ब्लास्ट 10 नवंबर 2025 को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुआ था. रेड लाइट पर एक सफेद रंग की हुंडई i20 कार में ब्लास्ट होने से 12 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे. पहली नजर में ये हादसा लगा, मगर विस्फोट की ताकत देखकर शक की सूई आतंकवादी घटना की तरफ ही गई.
- जल्द ही जांच में जांच में पता चल गया कि हुंडई आई-20 कार चलाने वाला उमर मोहम्मद उर्फ उमर उन नबी था. इसके बाद इसके तार अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े. डॉक्टर के रूप में उमर यहीं काम करता था. कल इसका पहलगाम वाला घर तोड़ दिया गया. अल फलाह यूनिवर्सिटी का ही डॉक्टर मुजम्मिल फरीदाबाद में गिरफ्तार किया गया था और लगभग 2900 किलो विस्फोटक मिला था.
- अल फलाह यूनिवर्सिटी पर शक की सूई घूमी तो डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया गया. उस पर भारत में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) की महिला भर्ती शाखा का हिस्सा होने का आरोप है. सूत्रों की माने तो जांचकर्ताओं को जैश के चीफ मसूद अजहर के भतीजे उमर फारूक की बीवी अफीरा बीबी और शाहीन सईद के बीच का कनेक्शन पता चला है.
- आरोप है कि अफीरा बीबी भारत में रह रही शाहीन के संपर्क में थी. कथित तौर पर शहीन सईदा मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर और अफीरा बीबी के कहने पर ही भारत में जैश की महिला विंग- जमात उल मोमिनात को तैयार कर रही थी.
- डॉ. शाहीन के साथ ही डॉ. मुज़फ़्फ़र अहमद, डॉ. आदिल अहमद राथर और डॉ. मुज़म्मिल शकील को भी गिरफ्तार किया गया. जम्मू-कश्मीर पुलिस और स्टेट मेडिकल काउंसिल से मिली जानकारी के बाद, नेशनल मेडिकल कमीशन ने चारों गिरफ्तार संदिग्ध डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया.
- ये सब जांच चल ही रहा था कि कल रात नौगाम पुलिस स्टेशन में ब्लास्ट हो गया. गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रशांत लोखंडे ने आज नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि 14 नवंबर की रात लगभग 11:20 बजे पुलिस स्टेशन परिसर में एक बड़ा आकस्मिक विस्फोट हुआ, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 पुलिसकर्मी, 2 राजस्व अधिकारी और 3 नागरिक घायल हुए हैं.
- प्रशांत लोखंडे ने कहा कि नौगाम पुलिस स्टेशन ने हाल ही में एक पोस्टर से मिली जानकारी के आधार पर एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था. इसी मामले से संबंधित एफआईआर संख्या 162/2025 की जांच के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और रसायन बरामद किए गए थे. ये वही विस्फोटक थे, जो अल फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर मुजम्मिल यहां से बरामद हुआ था.
- विस्फोटकों की संवेदनशील और अस्थिर प्रकृति को देखते हुए विशेषज्ञों की निगरानी में पूरी सावधानी बरती जा रही थी. इसके बावजूद 14 नवंबर की रात लगभग 11:20 बजे एक आकस्मिक विस्फोट हो गया, जिससे पुलिस स्टेशन की इमारत को भारी नुकसान पहुंचा और आसपास की कई इमारतें भी प्रभावित हुईं.
- आज भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अब 2 और डॉक्टरों को हिरासत में लिया है. सामने आई जानकारी के अनुसार दोनों डॉक्टर अल फलाह यूनिवर्सिटी के हैं. एक डॉक्टर ब्लास्ट वाले दिन दिल्ली में था. डॉक्टर ने शुरुआती पूछताछ में बताया की वो दिल्ली एम्स में इंटरव्यू देने आया था. वहीं नूहं से जांच एजेंसियों ने दिनेश उर्फ डब्बू को हिरासत में लिया है. दिनेश बिना लाइसेंस के खाद सामग्री बेच रहा था.
- सूत्रों के मुताबिक अब तक गिरफ्तार संदिग्ध डॉक्टरों और डॉक्टर मुजम्मिल के मोबाइल फोन की CDR से बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक एजेंसियो ने डॉक्टरों की एक लंबी लिस्ट तैयार की है. जिसमें से अल फलाह यूनिवर्सिटी से पढ़े और वहां पर काम करने वाले डॉक्टरों की तादाद ज्यादा है. इनमें से कई डॉक्टरों के फोन बंद हैं, जिनको जांच एजेंसियां ट्रेस कर रही है. सूत्रों के मुताबिक तकरीबन एक दर्जन से ज्यादा प्रोफ़ेशनल डॉक्टर्स की तलाश की जा रही है. जो जैश के इन संदिग्धों के संपर्क में थे और उमर के बम धमाके के बाद से इनके फोन बंद हैं.
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