जनजातीय मामलों के मंत्रालय ने आदि महोत्सव 2021 के लिए कू ऐप को सोशल मीडिया पार्टनर चुना

Aadi Mohtsav 2021 :आदि महोत्सव 2021 में 200 से अधिक स्टॉल होंगे और 15-दिवसीय कार्यक्रम में 1,000 से अधिक आदिवासी कारीगरों की भागीदारी होगी. कू के 1.5 करोड़ से अधिक यूजर हैं, जिनमें प्रतिष्ठित हस्तियां भी शामिल हैं.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
आदि महोत्सव 2021 के लिए कू ऐप और ट्राइफेड ने की साझेदारी ( प्रतीकात्मक)
नई दिल्ली:

आदि महोत्सव 2021 के लिए कू ऐप (Koo App) ने जनजातीय सहकारी विपणन विकास संघ यानी ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन (ट्राइफेड) के साथ साझेदारी की है. 15 दिनों के महोत्सव के लिए सोशल मीडिया पार्टनर के रूप में, कू (Koo) भारत की जनजातियों और उनकी संस्कृति के बारे में बातचीत को सक्षम और प्रसारित करेगा. जानकारी के अनुसार, भारत के मल्टी लैंग्वेज माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म 'कू' आदिवासी सहकारी विपणन विकास संघ (TRIFED), जनजातीय मामलों के मंत्रालय के साथ आदि महोत्सव 2021 के लिए सहयोग कर रहा है.

यह एक राष्ट्रीय आदिवासी उत्सव (Aadi Mahotsav 2021) है, जो 16 से 30 नवंबर, 2021 तक नई दिल्ली में होने वाला है, जिसमें कू भागीदार है. कू ऐप, आदि महोत्सव का सोशल मीडिया पार्टनर है, जो आदिवासी संस्कृति, व्यंजन, शिल्प और वाणिज्य की भावनाओं को जीवंत करने का सटीक जरिया बना है. अपने ऑफिशियल हैंडल @trifed से कू करते हुए, TRIFED ने कहा, "हमें खुशी है कि कू ऐप "#AadiMohtsav2021 के लिए हमारा सोशल मीडिया पार्टनर है.

पीएम मोदी सहित इन नेताओं ने कुछ यूं दी वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की बधाई

इसे 16 नवंबर से 2021 से 30 नवंबर 2021 तक आयोजित किया जाएगा. आदि महोत्सव वर्ष 2017 में शुरू हुई एक सफल सालाना पहल है. यह भारत में आदिवासी समुदायों की समृद्ध संस्कृति से लोगों को परिचित कराने का एक सार्थक प्रयास है. 2021 का संस्करण भारत की विभिन्न जनजातियों की विविध विरासतों को उनकी कला, हस्तशिल्प, प्राकृतिक उत्पाद और व्यंजनों के सम्मिश्रण के माध्यम से प्रदर्शित करेगा.

इस पहल में 200 से अधिक स्टॉल होंगे और 15-दिवसीय कार्यक्रम में 1,000 से अधिक आदिवासी कारीगरों की भागीदारी होगी. कू के 1.5 करोड़ से अधिक यूजर हैं, जिनमें प्रतिष्ठित हस्तियां भी शामिल हैं.

Featured Video Of The Day
Jharkhand: Hemant Soren कांग्रेस पार्टी को महागठबंधन की कमजोर कड़ी क्यों नहीं मानते? | EXCLUSIVE
Topics mentioned in this article