कोलकाता गैंगरेप मामले में हर बीतते दिन के साथ बड़े खुलासे हो रहे हैं. इस मामले में पुलिस आरोपी मोनोजीत को गिरफ्तार कर उससे लगातार पूछताछ कर रही है. इस मामले में अभी तक कुल 4 गिरफ्तारियां हुई हैं. पुलिस की जांच के बीच मोनोजीत मिश्रा को लेकर कई बड़े और चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. सूत्रों के अनुसार आरोपी मोनोजीत मिश्रा का लम्बा आपराधिक इतिहास रहा है. उस पर 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं. कोलकाता पुलिस के टॉप सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि इनमें से कई मामले महिलाओं के साथ छेड़खानी और उनके साथ बदसलूकी की. मोनोजीत इन सभी मामलों में जमानत पर चल रहा था. पीड़ित कॉलेज में पहले दिन से मोनोजीत के निशाने पर थी.
कैसे पकड़ा गया 'मैंगो'
25 जून को हुए लॉ कॉलेज छात्रा के गैंगरेप मामले में मुख्य आरोपी मनीजित मिश्रा ने अपराध करने के बाद कुछ भरोसेमंद साथियों को कॉलेज में रुककर कासबा पुलिस स्टेशन के आसपास निगरानी करने को कहा था. कॉलेज से पुलिस स्टेशन करीब एक किलोमीटर दूर है.
इसके बाद मैंगो दूसरे आरोपी प्रमित मुखर्जी और जैब अहमद के साथ कॉलेज से निकल गया.अगले दिन सुबह मोनोजित ने एक कॉलेज अधिकारी को कॉल किया और पुलिस के आने के बारे में पूछा. उसी दिन प्रमित ने एक वकील से संपर्क किया और दोनों ने कई कॉलेज के वरिष्ठ छात्रों से भी मदद मांगी.लेकिन उन्हें किसी ने मदद नहीं की.
26 जून की शाम मोनोजित और जैब फर्न रोड जो बैलीगंज रेलवे स्टेशन के पास है वहां आए, जहां पुलिस ने उन्हें शाम 6:25 बजे ट्रेस किया और लगभग एक घंटा बाद तालबागान से गिरफ्तार कर लिया. मोनोजीत ने पुलिस को बताया कि उसे भरोसा था कि पीड़िता शिकायत नहीं करेगी. क्योंकि उसके पास जो पीड़िता का वीडियो है वो उसे चुप कराने की ताकत रखता है.उसे ये भी लगता था कि पिछली बार की तरह इस बार भी बच जाएंगे. पुलिस ने घटना स्थल से कई सबूतों को किया है.जिनमें उस गार्ड रूम की बेड-कवर भी शामिल है जहां रेप हुआ था. बेड कवर को भी फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया.