अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता...; कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस में इस्तीफे पर मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल

इस मामले में प्रिंसिपल संदी घोष ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वह झूठे आरोपों को बर्दाश्त नहीं कर सकते और उन्होंने पहले ही पुलिस के साथ सहयोग किया है, जिसमें सीसीटीवी फुटेज सौंपना भी शामिल है.

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नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर को लेकर देशभर में डॉक्टर्स की हड़ताल जारी है. इस बीच मेडिकल मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष ने अपने पद से इस्तीफे दे दिया है. इस मामले में संदीष घोष की लगातार आलोचना की जा रही है. इससे कुछ दिन पहले जूनियर डॉक्टरों ने स्टाफ को सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने के कारण उन्हें हटाने की मांग की थी. घोष का यह फैसला पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा मेडिकल अधीक्षक-सह-उप-प्राचार्य संजय वशिष्ठ को हटाए जाने के एक दिन बाद आया है.

प्रिंसिपल ने आरोपों पर दी सफाई

इस मामले में प्रिंसिपल संदी घोष ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वह झूठे आरोपों को बर्दाश्त नहीं कर सकते और उन्होंने पहले ही पुलिस के साथ सहयोग किया है, जिसमें सीसीटीवी फुटेज सौंपना भी शामिल है. घोष ने कहा, "मैं अब इस अपमान को बर्दाश्त नहीं कर सकता. मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं. मुझे हटाने के लिए छात्र आंदोलन को उकसाया गया है. इसके पीछे एक राजनीतिक मंशा है. मैंने घटना के एक घंटे के भीतर पुलिस को सूचित कर दिया था. सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंप दी गई है." उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूं कि आंदोलनकारी छात्र जल्द ही काम पर लौट आएं." 

बंगाल में चौथे दिन भी अस्पतालों में हड़ताल जारी

महिला डॉक्टर रेप-मर्डर हत्या के विरोध में और घटना की मजिस्ट्रेट जांच की मांग को लेकर डॉक्टर्स की हड़ताल सोमवार को लगातार चौथे दिन भी जारी रहने के कारण अस्पतालों में सेवाएं बाधित हैं. सूत्रों ने बताया कि पिछले तीन दिन से जूनियर चिकित्सक आपात ड्यूटी कर रहे थे लेकिन सोमवार को सुबह से उन्होंने आपात सेवाएं भी रोक दी हैं. आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के एक प्रदर्शनरत जूनियर चिकित्सक ने कहा, ‘‘हम अपनी सहकर्मी के हत्या मामले की सीबीआई या किसी मौजूदा मजिस्ट्रेट से निष्पक्ष जांच कराना चाहते हैं. हम पुलिस की मौजूदा जांच से असंतुष्ट हैं. न्याय मिलने तक और जब तक राज्य सरकार सभी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की फुलप्रूफ सुरक्षा सुनिश्चित नहीं करती, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा.''

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प्रदर्शन करने वालों को देशभर में समर्थन

इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार ने सभी वरिष्ठ चिकित्सकों की छुट्टी रद्द कर दी है. एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘हमारे वरिष्ठ चिकित्सक ड्यूटी पर हैं और हम उम्मीद करते हैं कि वे मरीजों की भीड़ से निपट लेंगे. उन्हें स्थिति सामान्य होने तक काम करने का निर्देश दिया गया है.'' सोमवार को राज्य सरकार के अस्पतालों के बाह्यरोग विभागों में बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे. प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों को देशभर के विभिन्न हिस्सों से समर्थन मिल रहा है. ‘फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया' (फोरडा) ने हड़ताल का समर्थन किया है और सोमवार को वैकल्पिक सेवाओं को रोकने का देशव्यापी आह्वान किया है.

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‘पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम' ने ममता बनर्जी से की ये मांग

‘पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम' ने भी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर, महिला महिला से रेप और हत्या मामले की जांच के लिए एक निष्पक्ष जांच समिति गठित करने का अनुरोध किया है. उसने राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए पर्याप्त सुरक्षा तथा दोषी को मृत्युदंड देने की भी मांग की है.

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