- कोलकाता में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में जलजमाव बना हुआ है
- बीजेपी ने कोलकाता नगर निगम की जल निकासी व्यवस्था को नाकाफी बताया है
- टीएमसी ने बीजेपी के आरोपों को राजनीति से प्रेरित करारा जवाब दिया और हेट फैलाने का आरोप लगाया है
कोलकाता में बीते दिनों हुई मुसलाधार बारिश के बाद से अभी भी कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति देखने को मिल रही है. भारी बारिश का असर यातायात पर भी पड़ा है. चाहे बात ट्रेन की हो या फिर हवाई यात्राओं की बारिश का असर सभी पर पड़ा है. बारिश के कारण अभी तक अलग-अलग इलाकों में 10 लोगों की मौत की भी खबर है. इनमें से आठ लोगों की मौत तो सिर्फ करंट लगने से हुई है. कोलकाता में करंट लगने से इतने लोगों की मौत और रिकॉर्ड तोड़ बारिश के बाद फैली अव्यवस्था को लेकर सियासी संग्राम भी छिड़ता दिख रहा है. इसे लेकर अब बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने दिख रहे हैं.
दुर्गा पूजा के दौरान लोगों को तंग कर रही है टीएमसी सरकार
बीजेपी ने भारी बारिश के बाद कोलकाता शहर में दिख रही अव्यवस्थाओं को लेकर टीएमसी पर निशाना साधा है. बीजेपी ने सोशल मीडिया कोलकाता नगर निगम की व्यवस्थाओं को नाकाफी बताया है. बीजेपी ने कहा कि इन दिनों दुर्गा पूजा का माहौल है. ऐसे में हर तरफ जमा पानी कोलकात नगर निगम और ममता सरकार में मौजूद भ्रष्टाचार को उजागर करती है. दुर्गा पूजा के मौके पर निगम की ये नाकामी अब लोगों की परेशानी बढ़ा रही है. बीजेपी के इन आरोपों पर टीएमसी ने भी पलटवार किया है. टीएमसी के अनुसार बीजेपी ऐसे मौके पर जानबूझकर हेट फैलाना चाहती है.
बीजेपी ने सोशल मीडिया पोस्ट कर साधा निशाना
कोलकाता में भारी जलजमाव को लेकर बीजेपी ने ममता सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी वेस्ट बंगाल ने इस पोस्ट में लिखा कि मानिकतला का ये हाल है! इस हफ़्ते दुर्गा पूजा उत्सव शुरू हो रहा है. फिर भी, कोलकाता की बेहद खराब जल निकासी व्यवस्था के कारण, पूजा पंडाल पानी में डूबे हुए हैं. सीपीएम के शासनकाल में वर्षों की अराजकता और टीएमसी के शासनकाल में कोलकाता नगर निगम में लगभग 15 वर्षों के भ्रष्टाचार ने बंगालियों को उनके सबसे बड़े त्योहार, दुर्गा पूजा के दौरान भी कष्ट सहने पर मजबूर कर दिया है.
ममता के मंत्री ने दिया कुछ यूं जवाब
बीजेपी के आरोपों को लेकर ममता बनर्जी सरकार के मंत्री चंद्रीमा भट्टाचार्य ने कहा कि कल, कोलकाता को एक दुर्लभ बादल फटने के प्रकोप का सामना करना पड़ा. कुछ ही घंटों में लगभग 300 मिमी बारिश हुई, यह एक ऐसा पैमाना है जो किसी भी शहर को, चाहे उसका बुनियादी ढांचा कुछ भी हो, अभिभूत कर देता है. वैज्ञानिकों ने मुंबई 2005, चेन्नई 2015, दिल्ली 2023 में भी यही कहा है, जब आसमान बिना रुके खुलता है तो कोई भी शहर बच नहीं सकता.
फिर भी @BJP4India क्या करती है? वे विज्ञान की अनदेखी करते हैं, वे करुणा की अनदेखी करते हैं, वे जलवायु संबंधी वास्तविकताओं की अनदेखी करते हैं. उनका एकमात्र जुनून दर्द को हथियार बनाना और नफ़रत फैलाना है। उन्हें लगता है कि लोग प्राकृतिक आपदा और उनके प्रचार के बीच अंतर नहीं बता सकते. लेकिन बंगाल कर सकता है. हम जानते हैं कि कल प्रकृति का प्रकोप था. हम यह भी जानते हैं कि दुर्गा पूजा के दौरान नफ़रत फैलाने की भाजपा की कोशिश रणनीतिक है और बुरी तरह विफल होगी.
40 साल बाद ऐसी बारिश
कोलकाता में बारिश ने अपने कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए. मौसम विभाग के अनुसार बीते चालीस साल में इस तरह की बारिश कभी नहीं हुई. कोलकाता के अलीपुर में पिछले चार दशकों में सिर्फ एक दिन में वो भी सितंबर के महीने में इतनी बारिश कभी नहीं हुई है. आईएमडी के अनुसार इस बार महज 24 घंटे में 251.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. कई इलाकों में तो 332 मिलीमीटर से भी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.
भारी बारिश से रुक सी गई कोलकाता की रफ्तार
कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में हुई भारी बारिश ने पूरे शहर को जैसे रोक दिया. मानों ऐसा लग रहा था कि कोलकाता ठहर सा गया हो. हर तरफ जलजमाव की वजह से लोगों को एक जगह से दूसरे जगह जाने में भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. कोलकाता नगर निगम के अनुसार गरिया कमदहारी में कुछ ही घंटों में 332 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी, इसके अलावा जोधपुर पार्क में 285 मिलीमीटर की बारिश, कालीघाट में 280 मिलीमीटर की बारिश रिकॉर्ड की गई थी.