पश्चिम बंगाल के आर जी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर-रेप मर्डर केस को लेकर देशभर में रोष देखने को मिला. इस मामले में अभी भी इंसाफ की मांग को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुआ. अब इस मामले में दाखिल सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक मृतक लड़की का पोस्टमार्टम हत्या के 12 घंटे बाद शाम 6:10 बजे हुआ था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक गला दबाने और दम घुटने से मौत हुई.
डीएनए जांच से आरोपी की पहचान
पीड़िता के साथ जबरन रेप किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. आरोपी के शरीर पर भी चोट के 5 निशान मिले थे. सीसीटीवी फुटेज के हिसाब से आरोपी 9 अगस्त की सुबह 4:03 बजे सेमिनार हॉल में घुसा और 4:32 बजे बाहर निकला. आरोपी संजय रॉय की जींस और जूतों पर पीड़ित का खून पाया गया था. क्राइम सीन पर मिले उसके बाल और ब्लूटूथ उसके मोबाइल फोन के साथ सिंक हो गए. सबूतों के आधार पर डीएनए विश्लेषण से पता चला कि संजय रॉय ही आरोपी है.
पीड़िता को घसीटा, टूटा चश्मा और फटी कुर्ती
आरोपी संजय रॉय की मोबाइल की लोकेशन भी क्राइम सीन पर मिली. मौके से आरोपी के बाल मिले,पीड़ित के शरीर पर आरोपी के मुंह का सलाइवा पाया गया, पीड़ित के शरीर और कपड़ों में मिला सीमन आरोपी संजय का पाया गया. पीड़िता को घसीटा गया, जिससे उसके अंडरगारमेंट फट गए. पीड़ित की कुर्ती भी फटी हुई थी. इसके साथ ही पीड़िता का चश्मा भी तोड़ दिया गया था.
सीबीई ने इन अस्पतालों के पैनल से लिया ओपिनियन
सीबीई ने दिल्ली के आरएमएल, एम्स. मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, लेडी हार्डिंग, सफदरजंद और VMMC के डॉक्टरों के एक पैनल से लीगल ओपिनियन लिया गया. इस बोर्ड के मुताबिक पीड़िता की मौत के 12 से 18 घंटे बाद उसका पोस्टमार्टम हुआ. आरोपी के शरीर पर जो चोट के 5 निशान मिले, वो 24 से 48 घंटे के पहले के साथ ,ये ब्लंट फोर्स इंजरी थी, जो बचाव की कोशिश के दौरान की थीं.
इस मामले को दबाने की कोशिश की गई
मेडिकल जांच में यह भी खारिज कर दिया गया कि आरोपी यौन रूप से नपुंसक नहीं है. सबूतों से हो साफ है कि आरोपी संजय ने ही पीड़ित के साथ रेप और उसकी हत्या की है. टाला पुलिस थाने के एसएचओ अभिजीत मंडल और आर जी कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल ने मामले को दबाने और सबूत मिटाने की कोशिश की, उन्हें गिरफ्तार किया गया. इसमें गहराई तक जांच और आगे की साज़िश का पता लगाने के लिए करवाई चल रही है. पीड़िता के पिता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी.
मामले की तहकीकात में क्या कुछ हुआ मालूम
8 अगस्त को ट्रेनी महिला डॉक्टर 24 घंटे की नाइट शिफ्ट में थी, रात 11:15 बजे उनकी मां से आखिरी बार फोन पर बातचीत हुई थी. लगभग 10:15 बजे पीड़ित ने पांच लोगों के लिए रात के खाने का ऑर्डर दिया था. ओलंपिक में भाला फेंक का फाइनल मोबाइल पर देखने के दौरान उन्होंने आधी रात से 1 बजे तक सेमिनार हॉल के डायस पर डिनर किया. इसके बाद सभी लोग अपने सरकारी कामकाज में शामिल होने चले गये.
अगले दिन लगभग 9:35 बजे एक डॉक्टर ने जूनियर डॉक्टर की तलाश शुरू की. उसने उसे अजीब स्थिति में पड़ा हुआ पाया. पीड़िता के पिता के पास एक फोन आया जब वह 3 नंबर सेमिनार हॉल में पहुंचे तो वहां कई पुलिस अधिकारी डॉक्टर मौजूद थे. पीड़िता खून से लथपथ पड़ी हुई थी और उसके कपड़े उसके बगल में पड़े हुए थे. पीड़िता के मुंह से खून बहकर उसके गाल तक पहुंच गया. गर्दन और गाल पर चोट और आंख में चोट के निशान थे, उसके शरीर के निचले हिस्से पर खून देखा जा सकता था.
पीड़िता सेमिनार रूम में ही रही और गद्दे पर सो गई थी, जिसके बाद उसका रेप और मर्डर हुआ. सीबीआई ने चार्जशीट में बताया कि डेथ सर्टिफिकेट 9 अगस्त की दोपहर 12; 44 बजे तैयार किया गया था और इंजरी सर्टिफिकेट 9 अगस्त को 14:07 बजे तैयार किया गया था और 15:00 बजे पुलिस को सौंप दिया गया था. 9 अगस्त को रात 23 :45 बजे एफआईआर दर्ज की गई. पीड़िता मध्यम वर्ग से थी और उसने पीजी पाठ्यक्रम 2022-25 के लिए सामान्य वर्ग में प्रवेश लिया था.
आरोपी की हुई तीन शादियां
इस मामले का जो आरोपी है, उसकी चार बहनें हैं. आरोपी ने पहली शादी 2014 में की थी. उनकी पहली पत्नी दो महीने के भीतर ही चली गईं. फिर 2016-17 में दोबारा शादी की लेकिन जल्द ही उसने भी छोड़ दिया. इसके बाद तीसरी पत्नी की कैंसर से लड़ते हुए मौत हो गई. संजय को 2018 में एक सिविल वॉलेंटियर के रूप में कोलकाता पुलिस के डिजास्टर मैनेजमेंट यूनिट में तैनात किया गया था.
बॉक्सिंग जानता था आरोपी
2021 में एक अन्य आदेश के तहत उसे केंद्रीय कल्याण बोर्ड कोलकाता पुलिस में ट्रांसफर कर दिया गया. उसके दस्तावेज़ में 2 बॉक्सिंग प्रमाणपत्र भी मिले हैं, वो एक पुलिस बैरक में रह रहा था और आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पुलिस कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए इलाज में मदद करता था. उसे एक एक मोटरसाइकिल भी दी गई थी, मोटरसाइकिल कल्याण प्रकोष्ठ को जारी की गई थी. वह एएसआई अनुप दत्ता को रिपोर्ट कर रहा था.
मोटरसाइकिल जब्त कर ली गयी है. मोटर साइकिल कोलकाता पुलिस कमिश्नर के नाम थी. संजय रॉय दूसरे सिविल वॉलेंटियर सौरभ के चचेरे भाई के इलाज के लिए उसके साथ बाइक आरजी कर मेडिकल कॉलेज के लिए अपनी बैरक से निकला था. सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में में संजय रॉय के बार-बार शराब पीने का जिक्र किया है.
अस्पताल में महिला डॉक्टर का रेप-मर्डर
अपनी शिफ्ट के कारण ट्रेनी महिला डॉक्टर सेमिनार रूम में आराम करने के लिए गई थी. अगली सुबह महिला डॉक्टर का शव उनके जूनियर डॉक्टर को मिला था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता का रेप और फिर हत्या की गई थी. मृतका की ऑटोप्सी में पता चला कि उसे 25 अंदरूनी और बाहरी चोटें आई थीं. आरोपी संजय रॉय कोलकाता पुलिस में सिविल वॉलंटियर था और वह नियमित रूप से अस्पताल जाता था.
फिर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन
शनिवार शाम से जूनियर डॉक्टरों ने एक अनोखा विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था, जिसमें कुछ डॉक्टरों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है, जबकि अन्य डॉक्टर काम बंद करने का निर्णय वापस लेकर अपनी चिकित्सा सेवा ड्यूटी पर लौट गए हैं. शुरुआत में छह जूनियर डॉक्टर (तीन महिला और तीन पुरुष) ने भूख हड़ताल शुरू की. रविवार शाम उनका सातवां साथी भी उनके साथ शामिल हो गया था. इससे पहले भी देशभर के डॉक्टर्स इस मामले में इंसाफ को लेकर हड़ताल पर चले गए थे, जिससे अस्पताल में तमाम जरूरी सेवाएं ठप हो गई थी.