महाराष्ट्र के बीड जिले में कुछ साल पहले लिंग परिवर्तन से संबंधित सर्जरी के बाद ललिता से ललित बने पुलिस कांस्टेबल ने एक उल्लेखनीय यात्रा तय की है और अब वह पिता बन गये हैं. पुरुष बनने के लिए सर्जरी कराने वाले कांस्टेबल ललित कुमार साल्वे ने 2020 में शादी की थी और वह 15 जनवरी को एक बच्चे के पिता बने.
बीड जिले के माजलगांव तालुका के राजेगांव के निवासी साल्वे परिवार में एक नए सदस्य के आने से खुश हैं. लेकिन वह आज भी एक महिला से पुरुष बनने तक उनके संघर्ष भरे जीवन को याद करते हैं.
ललित का जन्म जून 1988 में ललिता साल्वे के रूप में हुआ था. वह 2010 में एक महिला के रूप में पुलिस बल में शामिल हुए थे. पुलिस ने 2013 में उनके शरीर में बदलाव देखना शुरू कर दिया और चिकित्सा परीक्षण कराया गया जिसमें वाई क्रोमोसोम की उपस्थिति की पुष्टि हुई.
चिकित्सकों ने बताया कि जहां पुरुषों में एक एक्स और एक वाई क्रोमोसोम होते हैं, वहीं महिलाओं में दो एक्स क्रोमोसोम होते हैं. उन्होंने बताया था कि साल्वे को ‘जेंडर डिस्फोरिया' है और उन्होंने लिंग परिवर्तन सर्जरी की सलाह दी थी.
कांस्टेबल ने 2018 में राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद लिंग-परिवर्तन से संबंधित सर्जरी कराई थी. उनकी 2018 और 2020 के बीच तीन सर्जरी हुई. साल्वे ने 2020 में छत्रपति संभाजीनगर की रहने वाली सीमा से शादी की.
साल्वे ने संवाददाताओं से कहा, 'एक महिला से पुरुष बनने तक का मेरा सफर संघर्षों से भरा रहा. इस दौरान मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे कई लोगों का साथ मिला. हमारी अपनी एक संतान की इच्छा थी.'
उन्होंने कहा, 'मुझे खुशी है कि मैं अब पिता बन गया हूं.'
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