केरल के नेदुमंगद में महिला मोर्चा (भाजपा की महिला शाखा) की एक कार्यकर्ता ने स्थानीय निकाय चुनाव में टिकट नहीं मिलने की आशंका में रविवार को आत्महत्या का प्रयास किया. पुलिस ने यह जानकारी दी. इस घटना से कुछ ही समय पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता आनंद के. थम्पी (39) ने शनिवार को आत्महत्या कर ली थी और आरोप लगाया था कि उन्हें तिरुवनंतपुरम निगम के त्रिक्कण्णपुरम वार्ड सीट से टिकट नहीं दिया गया है.
एमपी में किया आत्महत्या का प्रयास
पुलिस के अनुसार, नेदुमंगद के पनायकोट्टला से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महिला मोर्चा की नेता शालिनी ने मध्य रात्रि में आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसके बाद उनका बेटा उन्हें अस्पताल ले गया. पुलिस ने कहा कि शालिनी की हालत स्थिर है और सुबह प्रारंभिक चिकित्सा सहायता के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई. शालिनी ने पत्रकारों से कहा कि वह महिला मोर्चा की जिला सचिव हैं और नेदुमंगद नगर पालिका चुनाव के लिए पार्टी उनकी उम्मीदवारी पर विचार कर रही है.
झूठे आरोपों से थी निराश
उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीदवारी की घोषणा से पहले कुछ आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं ने निजी रंजिश के चलते मेरे खिलाफ फर्जी आरोप लगाए ताकि चुनाव में मुझे टिकट नहीं मिल पाए. मैं इस झूठे आरोप से बहुत निराश थी और मेरे जीवन पर इसका असर पड़ा.'' शालिनी ने बताया कि हाल में उन्हें पता चला था कि किसी और के नाम पर भी विचार किया जा रहा है. पार्टी नेतृत्व ने अब तक इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पूजापुरा पुलिस ने थम्पी की आत्महत्या के संबंध में भारतीय न्याय संहिता की धारा 194 के तहत मामला दर्ज किया है, जो अप्राकृतिक मृत्यु से संबंधित है. प्राथमिकी के अनुसार, थम्पी शनिवार शाम पांच बजे अपने घर के परिसर में एक शेड में फंदे से लटके मिले थे. पुलिस मे एक अधिकारी ने बताया कि थम्पी तिरुवनंतपुरम निगम के त्रिक्कण्णपुरम वार्ड से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ना चाहते थे.
पुलिस ने क्या कुछ बताया
पुलिस ने बताया कि जब थम्पी को पता चला कि उनका नाम तिरुवनंतपुरम सीट से भाजपा उम्मीदवार की सूची में शामिल नहीं है तो वह निराश हो गए. बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे. पुलिस के अनुसार, उन्होंने अपने दोस्तों को व्हाट्सएप संदेश भेजकर आरएसएस नेताओं पर आरोप लगाए और घोषणा की कि वह शनिवार शाम को अपना जीवन खत्म कर लेंगे.
रेत तस्करी माफिया का क्या रोल
उन्होंने आरोप लगाया कि रेत तस्करी माफिया से जुड़े कुछ स्थानीय नेताओं के हितों के कारण उन्हें टिकट नहीं दिया गया. हालांकि, भाजपा नेताओं ने दावा किया कि थम्पी ने कभी टिकट मांगने के लिए उनसे संपर्क नहीं किया और उनकी मौत को टिकट नहीं मिलने से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. रविवार को जब पत्रकारों ने सांसद शशि थरूर से तिरुवनंतपुरम में भाजपा कार्यकर्ताओं की आत्महत्या और आत्महत्या के प्रयास मामले के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत त्रासदी पर राजनीति नहीं करना चाहते.
शशि थरूर ने क्या कुछ कहा
शशि थरूर ने कहा, ‘‘दोनों युवा थे जब युवा इस तरह के प्रयास करते हैं तो हम सभी दुखी होते हैं. मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि इन घटनाओं के कारणों का पता लगाने के लिए एक उचित जांच होनी चाहिए.'' कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन ने रविवार को कहा, ‘‘वे पार्टी का प्रबंधन करने वाले लोगों से दुखी हैं. यह पार्टी नेतृत्व की अक्षमता को दर्शाता है.'' उनके अनुसार, भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के भीतर शिकायत नहीं कर सकते और संगठन एक व्यक्ति तक सीमित रह गया है.
भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए मुरलीधरन ने कहा, ‘‘उस व्यक्ति (राजीव चंद्रशेखर) को अब तक यह समझ नहीं आया है कि केरल क्या है. वह जन्म से भले ही मलयाली हों लेकिन उनकी परवरिश केरल से बाहर हुई है.''
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