केरल पुलिस ने सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर महात्मा गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे पर 'गर्व करने' की टिप्पणी के लिए कालीकट स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) की एक महिला प्रोफेसर के खिलाफ शनिवार को मुकदमा दर्ज किया. स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) सहित विभिन्न छात्र संगठनों ने शहर के कई थानों में प्रोफेसर ए. शैजा के खिलाफ कई शिकायतें दीं, जिसके बाद उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई. प्रोफेसर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.
महिला प्रोफेसर ने वकील कृष्णा राज की एक पोस्ट पर टिप्पणी की थी, जिन्होंने गोडसे की तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा था कि हिंदू महासभा के कार्यकर्ता नाथूराम विनायक गोडसे भारत में कई लोगों के नायक हैं. जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है. हालांकि मामला बढ़ता देख प्रोफेसर ने अपनी टिप्पणी हटा दी.