दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी की सरकार अगले बजट में देशभक्ति पर फोकस करेगी. सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी. दिल्ली सरकार ने आज ही नए शिक्षा बोर्ड का भी ऐलान किया है. इसमें भी देशभक्ति पर जोर दिया गया है.
सूत्रों का कहना है कि केजरीवाल सरकार इस बजट में पूरे 75 सप्ताह तक के समय को देशभक्ति के महोत्सव के रूप में मनाएगी. 15 अगस्त 2022 को आज़ादी के 75 साल पूरे होने तक पूरी दिल्ली में दिल्ली सरकार उत्सव मनाएगी. केजरीवाल सरकार देशभक्ति बजट को इंडिया@75 के सेलिब्रेशन के साथ-साथ इंडिया @100 की कल्पना भी प्रस्तुत करेगी. सूत्रों का कहना है कि 75 वर्ष पूरे होने से ठीक 75 सप्ताह पहले से ही पूरी दिल्ली में उत्सव होगा.
12 मार्च से शुरू हो रहे देशभक्ति पूर्ण आयोजनों की श्रृंखला में अगले 75 सप्ताह तक पूरी दिल्ली में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. सिर्फ दिल्ली ही नहीं, आज़ादी के आंदोलन में दिल्ली की भूमिका और पिछले 75 साल में दिल्ली की यात्रा और 2047 की दिल्ली के विज़न को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि अन्य राज्यों की तरह ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) का अब अपना अलग शिक्षा बोर्ड होगा. इस निर्णय को दिल्ली कैबिनेट ने मजूंरी दे दी है. जिसे 'दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन' के नाम से जाना जाएगा.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, DBSE का उद्देश्य ऐसी शिक्षा प्रदान करना होगा जो "देशभक्त" और आत्म निर्भर छात्रों को तैयार करती है जो समाज और देश की सेवा निःस्वार्थ भाव से करते हैं. इसी के साथ अब रटने पर नहीं समझाने पर जोर होगा.
वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, नए बोर्ड आने का मतलब ये नहीं कि CBSE को रिप्लेस किया जाए. लेकिन नए बोर्ड आने के कारण ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) और नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) जैसी प्रवेश परीक्षाओं के लिए तैयार करने में मदद करेगा.