- आगरा धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया और दो लड़कियों को छुड़ाया गया
- पीड़ित लड़की ने बताया कि फेसबुक पर दोस्ती के बाद अब्दुल रहमान के घर ले जाकर उसे बंधक बनाया गया था
- जांच के लिए NIA, RAW और IB की टीमें आगरा पहुंची और आरोपियों से पूछताछ कर रही हैं
आगरा धर्मांतरण रैकेट मामले में अब्दुल रहमान को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया और उसके साथ एक दो लड़कियों को भी उसके चंगूल से छुड़ाया गया. इसी बीच एक पीड़ित लड़की ने अपने बयान में कहा कि उसे गलत तरीके से फंसाया गया था. वह हरियाणा के रोहतक की रहने वाली है और फेसबुक पर उसकी जुनैद नाम के शख्स से दोस्ती हुई थी. वह ही उसे अब्दुल रहमान के घर लेकर गया, जहां उसका ब्रेन वॉश किया गया और फिर घर में ही बंधक की तरह रखा गया.
लड़की ने यह भी कहा कि अब्दुल ने ही मेरा धर्म परिवर्तन किया. हालांकि, जब जांच के लिए NIA और RAW की टीम पहुंची तो उन्होंने मुझे उसके चंगूल से छुड़ाया और अब मैं घर जाना चाहती हूं. यहां आपको बता दें कि मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के लिए IB, NIA और RAW की टीमें भी आगरा पहुंच गई हैं. इन सभी एजेंसियों ने सबसे पहले गोवा से पकड़ी गई आयशा नूर से पूछताछ की.
बता दें कि देश के 6 राज्यों से पिछले कुछ दिनों में धर्मातरंण के ठेकेदारों को पकड़ा गया है. कोई फकीर का चोला ओढ़कर हिंदू लड़कियों के दिल में जहर भर रहा था तो कोई खुद महेंद्र पाल से अब्दुल रहमान बनकर सनातन विरोधी मिशन चला रहा था. जानकारी के मुताबिक अब्दुल रहमान धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड है.
आगरा में 2 सगी बहनों के धर्मांतरण केस में पुलिस ने गैंग के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान समेत 11 लोगों को अरेस्ट किया है. आगरा पुलिस और ATS ने इनसे बंद कमरों में अलग अलग पूछताछ की. पुलिस के सामने धर्मांतरण गैंग ने जो सच कबूला वो और डरावना है. गैंग धर्मांतरण के नाम पर हिंदू लड़कियों को मुजाहिदा बना रहा था. हिंदू लड़कियों का कन्वर्जन सलाफी मुस्लिम की तरह किया जा रहा था.