देश के कई प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने ‘नेशनल हेराल्ड' अखबार से जुड़े धनशोधन के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राजनीतिक विरोधियों को जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके निशाना बनाया जा रहा है और उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि वे मोदी सरकार की ‘जनविरोधी, किसान विरोधी और संविधान विरोधी नीतियों' के खिलाफ अपनी सामूहिक लड़ाई जारी रखेंगे.
समाज के सामाजिक तानेबाने को छिन्नभिन्न कर रही
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार समेत कई विपक्षी नेताओं ने एक साझा बयान में कहा, ‘‘मोदी सरकार ने जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ प्रतिशोध की कार्रवाई की मुहिम छेड़ रखी है. कई राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया गया है और उनका अप्रत्याशित तरीके से उत्पीड़न किया है.'' उन्होंने कहा, ‘‘हम इसकी निंदा करते हैं. मोदी सरकार की जनविरोधी, किसान विरोधी, संविधान विरोधी नीतियों के खिलाफ हम अपनी सामूहिक लड़ाई को जारी रखने और इस लड़ाई को तेज करने का संकल्प लेते हैं. मोदी सरकार हमारे समाज के सामाजिक तानेबाने को छिन्नभिन्न कर रही है.''
बैठक में शामिल हुई ये पार्टियां
विपक्षी पार्टियों की इस बैठक में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी टीआरएस भी शामिल हुई, जो अब तक इन बैठकों से दूर रही है. इसके अतिरिक्त कांग्रेस के प्रतिनिधि, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC), मारुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), शिवसेना और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता के कार्यालय के अंदर देखे गए. जबकि तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी बैठक से अनुपस्थित प्रमुख विपक्षी दलों में से थे.
बता दें कि कांग्रेस के सांसदों ने संसद परिसर में मार्च भी निकाला. उन्होंने एक बैनर भी ले रखा था जिस पर ‘स्टॉप मिसयूज ऑफ ईडी' (ईडी का दुरुपयोग बंद करो) लिखा हुआ था. उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए. गौरतलब है कि ईडी आज सोनिया गांधी से पूछताछ कर रही है. उसने इससे पहले सोनिया गांधी के पुत्र और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से इस मामले में पांच दिनों तक, 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी. यह जांच कांग्रेस द्वारा प्रवर्तित यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है, जिसके पास नेशनल हेराल्ड अखबार का मालिकाना हक है.
सोनिया, राहुल से पूछताछ की कार्रवाई पिछले साल के आखिर में ईडी द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत एक नया मामला दर्ज करने के बाद शुरू की गई. इससे पहले, एक निचली अदालत ने 2013 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी द्वारा दायर एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था.
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