जम्मू-कश्मीर की पत्रकार और सोशल एक्टिविस्ट याना मीर (Yana Mir)का हाल ही में यूनाइटेड किंगडम (UK) के एक इवेंट में दिया गया बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. UK में जम्मू- कश्मीर स्टडी सर्कल के एक प्रोग्राम में याना मीर ने भारत में बोलने की आजादी पर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि वह मलाला यूसुफजई नहीं हैं, और भारत में महफूज हैं. उनके बयान की क्लिप को सोशल मीडिया और न्यूज चैनलों पर खूब चलाया गया, लेकिन अब याना मीर ने दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है.
याना मीर ने अपने X हैंडल पर वीडियो पोस्ट कर दिल्ली एयरपोर्ट के कस्टम अधिकारियों पर कई सवाल खड़े किए हैं. उनका आरोप है कि उनको तस्कर समझा गया और परेशान किया गया. याना मीर ने आरोप लगाया कि उनके सामान में कुछ खाली लग्जरी बैग्स थे. इसे लेकर कस्टम अधिकारियों ने उन्हें ऐसा बर्ताव किया जैसे वो कोई ड्रग पैडलर हो.
वीडियो शेयर करते हुए याना मीर ने लिखा, "मैंने लंदन में भारत के बारे में क्या कहा था: मैं भारत में स्वतंत्र और सुरक्षित हूं. लेकिन भारत वापस आने पर मेरा स्वागत कैसे किया गया? 'मैडम अपना बैग स्कैन करें, अपना बैग खोलें, आपके पास लुई वुइटन की शॉपिंग बैग क्यों हैं? क्या आपने उनके लिए पेमेंट किया? बिल कहां हैं?' लंदनवासी मेरे बारे में क्या सोचते हैं- एक इंडियन मीडिया वॉरियर. और दिल्ली कस्टम वाले मेरे बारे में क्या सोचते हैं: ब्रांड स्मगलर..."
वीडियो में देखा जा सकता है कि याना मीर आपत्ति जताते हुए कस्टम अधिकारी से कहती हैं- आपको नहीं पता कि मैं लंदन में क्या करके आई हूं. आपको क्या लगता है कि मैं चोरी करके जा रही हूं. अगर बिल होते तो मैं दिखा देती. ये मेरे रिलेटिव्स ने गिफ्ट किए हैं."
याना मीर के तमाम आरोपों पर दिल्ली एयरपोर्ट के कस्टम ऑफिस की तरफ से स्पष्टीकरण भी आया है. दिल्ली कस्टम ने कहा कि कानून के आगे किसी को कोई प्रिविलेज नहीं है. दिल्ली कस्टम के X हैंडल से 2 वीडियो शेयर किए गए. एक वीडियो में याना मीर स्कैनिंग मशीन के पास खड़ी नज़र आ रही हैं. कस्टम ने बताया कि वह अपने सामान की स्कैनिंग में को-ऑपरेट नहीं कर रही थीं.
इस बीच एक स्टाफ उनके सामान को उठाकर मशीन में डाल देते हैं. बाद में अधिकारियों ने बैग लेकर उसे खोलकर चेकिंग की. दिल्ली कस्टम ने कहा कि वीडियो पूरी कहानी बयां करती है. कस्टम ने कहा- विशेषाधिकार कानून से ऊपर नहीं है.
पिछले हफ्ते याना मीर का वीडियो वायरल हुआ था. याना मीर ने कहा था कि पाकिस्तानी एक्टिविस्ट मलाला यूसुफजई के विपरीत, वह अपनी मातृभूमि भारत में स्वतंत्र और सुरक्षित महसूस करती हैं. उन्होंने मलाला की तरफ से भारत को उत्पीड़ित के रूप में चित्रित करने पर आपत्ति जताई थी. साथ ही सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के उन लोगों की निंदा की थी जो भारतीय कश्मीर का दौरा किए बिना उत्पीड़न की कहानियां गढ़ते हैं. मलाला पाकिस्तान की बाल व महिला अधिकार कार्यकर्ता हैं.
मीर ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया से जम्मू-कश्मीर के लोगों को विभाजित करना बंद करने और उत्पीड़न की कहानियों का आविष्कार करने से परहेज करने का आग्रह किया था. उन्होंने भारत में धार्मिक ध्रुवीकरण को खत्म करने की अपील की और क्षेत्र में शांति की वकालत की थी.
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