कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खरगे ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि पिछली भाजपा सरकार के दौरान कर्नाटक राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड (केओनिक्स) में करीब 500 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताएं हुईं थीं. कर्नाटक सरकार में मंत्री ने दावा किया कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की तत्कालीन सरकार ने केवल '40 प्रतिशत कमीशन' ही नहीं लिया था, बल्कि 400 प्रतिशत से अधिक का कमीशन वसूला था.
राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने भाजपा पर यह आरोप लगाते हुए दावा किया था. प्रियांक खरगे ने यह भी कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद जब से उन्होंने मंत्री का पद संभाला है, तब से केओनिक्स में एक भी आदेश पारित नहीं किया गया और न ही एजेंसी के माध्यम से कोई खरीद हुई. प्रियांक खरगे ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अंकेक्षण रिपोर्ट में 500 करोड़ रुपये के करीब वित्तीय अनियमितताएं दिखाई गई हैं, जो 2019 से 2023 तक हुई हैं. पिछली भाजपा सरकार महज '40 प्रतिशत कमीशन सरकार' नहीं थी, बल्कि यह 400 प्रतिशत कमीशन तक पहुंच गई थी. ये हम नहीं बल्कि अंकेक्षण रिपोर्ट कह रही है. ''
कर्नाटक सरकार में मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भाजपा के कुछ नेताओं ने आरोप लगाया कि केओनिक्स के एक अधिकारी ने 300 करोड़ रुपये के कुछ बिल को मंजूरी देने के लिए 38 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी. भाजपा नेताओं ने खरगे पर भी इसमें शामिल होने का आरोप लगाया है. खरगे ने कहा कि इस संबंध में जांच के आदेश दे दिए गए हैं और कांग्रेस सरकार जवाबदेही और पारदर्शिता के नियमों में जो बदलाव ला रही है, उससे कई पूर्व मंत्रियों और विधायकों के लिए परेशानी पैदा होगी.
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